यूपी के प्रतापगढ़ जिले के कुंडा विधानसभा क्षेत्र में दबंग नेता राजा भैया के खिलाफ बोलना बहुत आसान नहीं है। वह सियासी और बाहुबल दोनों में मजबूत हैं, लेकिन कभी उनके ही करीबी रहे एक नेता ने न केवल उनको चुनाव के मैदान में चुनौती दी है, बल्कि उनके खिलाफ खुलकर आवाज उठाई है। उसका नाम है गुलशन यादव। यह वही गुलशन यादव हैं, जिन्हें समाजवादी पार्टी ने राजा भैया के खिलाफ मैदान में उतारा है।

हाल ही में गुलशन यादव ने कुंडा में एक सभा के दौरान राजा भैया के खिलाफ कथित तौर पर अभद्र टिप्पणी की है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज कर जांच कर रही है। गुलशन यादव पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन व कोविड गाइडलाइन का पालन न करने का भी आरोप है।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में सपा प्रत्याशी गुलशन यादव मंच से राजा भैया पर अभद्र भाषा का प्रयोग करते दिख रहे हैं। उनकी भाषा भी साफ सुनाई पड़ रही है। यह वीडियो सार्वजनिक रूप से सामने आते ही राजा भैया के समर्थक भड़क उठे। जिला प्रशासन ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए कुंडा थाने में सपा प्रत्याशी गुलशन यादव के खिलाफ एक दरोगा की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करा दिया है।

हालांकि राजा भैया को चुनौती दे रहे गुलशन यादव भी कम दबंग नहीं हैं। उनका भी इतिहास अपराध जगत से जुड़ा रहा है। गुलशन यादव का सियासी सफर राजा भैया के सानिध्य में ही शुरू हुआ था और उन्हीं के आशीर्वाद से वे क्षेत्र में अपना प्रभाव जमा सके थे, लेकिन अब दोनों की राहें अलग-अलग हो चुकी है। गुलशन यादव का जन्म प्रतापगढ़ जिले के कुंडा के मऊदारा गांव में सुंदर लाल यादव के यहां हुआ था। उनके छोटे भाई छविनाथ यादव समाजवादी पार्टी के प्रतापगढ़ के जिला अध्यक्ष हैं।

दो दशक पहले बसपा सरकार के दौरान राजा भैया पर पोटा लगा था। इसकी वजह से गवाह राजेंद्र यादव की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में गुलशन यादव जेल चले गए थे। जब प्रदेश की सत्ता में सपा सरकार आई तो वे बाहर आ गए और विधायक राजा भैया का साथ पकड़ लिया। गुलशन यादव का सियासी सफर यहीं से जोर पकड़ा।