लखीमपुर खीरी हिंसा मामले (Lakhimpur Kheri Violence) में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को जमानत मिलने के बाद इस पर सियासत शुरू हो गई है। केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष को जमानत मिलने के बाद विपक्ष एक बार फिर भाजपा पर हमलावर है। वहीं, इस मुद्दे पर एक डिबेट के दौरान आशीष मिश्रा की जमानत से जुड़ा सवाल किया गया तो भाजपा नेता ने कहा, कोर्ट के अंदर जो मामले विचाराधीन होते हैं, उसमें बेलबल और नॉन बेलेबल दोनों तरह के मामले होते हैं।
भाजपा नेता ने एबीपी न्यूज के टीवी डिबेट में कहा, “ये नॉन बेलबल ऑफेंस था, इस मामले में बेल नहीं होनी थी, लेकिन न्यायपालिका ने चीजों को देखा है तो किसी कंडीशन पर बेल दी है।” दूसरी तरफ उन्नाव में किडनैप की गई दलित युवती की हत्या के मामले से जुड़ा सवाल सपा के नेता से किया गया कि आपके नेता के खेत से लड़की की लाश मिल रही है।
इस पर सपा प्रवक्ता ने कहा, “जिस मामले की बात आप कर रहे हैं, उसका समाजवादी पार्टी से कोई कनेक्शन नहीं है। अगर आप उन्नाव की बात कर रहे हैं, तो कुलदीप सेंगर की बात करिए जिनपर बलात्कार का आरोप है, हत्या का आरोप है।” इस पर एंकर भावना यादव ने कहा कि कुलदीप सेंगर पर मीडिया ने खबर दिखाई और इसी मीडिया का असर का है कि वो आज जेल में हैं।
उन्नाव में दो महीने बाद मिली दलित युवती की लाश
बता दें कि उन्नाव सदर इलाके की एक दलित महिला की बेटी पिछले 8 दिसंबर से गायब थी। महिला ने इसकी शिकायत कोतवाली में कराई थी और सपा के पूर्व मंत्री दिवंगत फतेह बहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह पर आरोप लगाया था। दो महीने के बाद उन्नाव पुलिस ने दलित लड़की के शव को बरामद किया है। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर दिवंगत नेता फतेह बहादुर सिंह की खाली जमीन की खुदाई की तो पीड़िता का शव बरामद किया गया।
दूसरी तरफ, लखीमपुर खीरी हिंसा में 8 लोगों की जान गई थी, जिसमें चार किसान शामिल थे। इस मामले में आशीष मिश्रा को एसआईटी चार्टशीट में मुख्य आरोपी बनाया है।