UP Assembly Election 2022: यूपी में चुनाव के लिए जैसे-जैसे समय करीब आ रहा है, लोगों की उत्सुकता बढ़ती जा रही है। हर व्यक्ति अपने-अपने हिसाब से यूपी की योगी सरकार और विपक्ष के लिए राय कायम कर रहा है। कई लोगों का कहना है कि यूपी में योगी सरकार के आने के बाद कानून-व्यवस्था पटरी पर आ गई है और माफिया जेलों में बंद हैं तो कई अन्य लोगों का कहना है कि योगी सरकार में कोई कार्य नहीं हुआ है, बल्कि अखिलेश की सरकार में हुए कामों को ही नया बताकर योगी सरकार श्रेय ले रही है। इसके चलते लोगों की राय फिलहाल बंटी हुई है।

एबीपी न्यूज चैनल पर सी-वोटर के ताजा चुनावी सर्वे के मुताबिक 77 फीसदी लोगों का मानना है कि कन्नौज कैश कांड का कोई न कोई राजनीतिक कनेक्शन जरूर है। अभी यह साफ नहीं है कि इसका फायदा किस दल को मिलेगा और किसे इसका नुकसान झेलना होगा।

दूसरी तरफ सीएम योगी के कामकाज को 43 फीसदी लोगों ने अच्छा बताया है। जबकि खराब बताने वाले लोगों की संख्या 37 फीसदी है। वहीं 20 फीसदी ऐसे लोग भी हैं, जो कह रहे हैं कि योगी सरकार का काम औसत रहा है। ये आंकड़े पिछले दो हफ्तों से करीब-करीब इतने ही हैं। यानी कि इसके पिछले हफ्ते भी लोगों ने सरकार के बारे में यही राय व्यक्त की थी। इसका मतलब है कि योगी की लोकप्रियता स्थिर है।

इस बीच विभिन्न दलों के कामकाज को लेकर लोगों की राय काफी बंटी हुई है। कुछ लोगों का कहना है कि योगी सरकार में कुछ खास क्षेत्रों में ही काम हो रहा है, बाकी क्षेत्र उपेक्षित हैं। दूसरी तरफ भाजपा को अच्छा बताने वाले लोगों का कहना है कि विपक्षी दल अपनी नाकामी पर पर्दा डालने के लिए यूपी की योगी सरकार को एक खास वर्ग का ही बताते हैं।

कई दूसरे लोगों ने आरोप लगाया कि कानपुर मेट्रो का उद्घाटन तो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पहले ही कर चुके हैं। लेकिन तमाम अन्य लोगों का कहना है कि यह झूठी बात है, सपा सरकार में इसको रोक दिया गया था, योगी के सीएम बनने के बाद इस पर तेजी से काम हुआ। इसी तरह वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पर भी लोगों की राय अलग-अलग है। कुछ लोगों का कहना है कि इससे बेशक काशी की सुंदरता बढ़ी है, लेकिन काशी के तमाम मोहल्ले और घाट अब भी विकास से अछूते हैं, उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है।