आगामी यूपी विधानसभा चुनाव के लिए जनसर्मथन मांगने बुंदेलखंड पहुंचे सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक के बाद एक सीएम योगी पर कई आरोप लगाए। एक्सप्रेस-वे से लेकर अन्य विकास कार्यों का जिक्र कर अखिलेश ने कहा कि लोग अब झांसे में आने वाले नहीं हैं।
झांसी में रैली को संबोधित करने के बाद मीडिया से बात करते हुए यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा- “अगर समाजवादी पार्टी 22 महीने में एक्सप्रेस-वे बना सकती है तो बीजेपी को उसी काम को करने में 4.5 साल क्यों लगे? ऐसा इसलिए है क्योंकि वे यूपी में लोगों के कल्याण के लिए काम नहीं करना चाहते हैं। जनता कांग्रेस को नकार देगी और आने वाले चुनाव में उन्हें जीरो सीटें मिलेंगी”।
अखिलेश के इस बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स ने उनकी जमकर आलोचना की। लोगों ने उनके कार्यकाल के दौरान बनाए गए एक्सप्रेस-वे के निर्माण में लगे समय को लेकर भी उनपर निशाना साधा। वहीं कुछ ने हार के बाद सीएम आवास से निकलने के दौरान उनपर लगाए गए नल की चोरी का जिक्र कर हमला बोला।
ट्विटर यूजर हरीश त्यागी (@Iamharshtyagi1) ने सपा प्रमुख पर निशाना साधते हुए कहा- अगर यमुना एक्सप्रेस-वे की बात करें तो 2007 में मायावती सरकार के समय परियोजना शुरू की गई थी, उन्होंने केवल 2012 में इसका उद्घाटन किया था। यदि यह पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे है तो इसे 2018 में योगी सरकार के समय शुरू किया गया और 2021 में इसका उद्घाटन हुआ। वो किसी तरह के भ्रम में हैं”।
एक अन्य यूजर अहिमसा (@Ahimsa2802) ने लिखा- “6 लेन और 165 किमी यमुना एक्सप्रेस-वे को पूरा करने में 4 साल 6 महीने का समय लगा और वह भी अखिलेश यादव द्वारा केवल 80% काम हुआ। बाकी काम योगी सरकार ने पूरा किया। पता नहीं कौन से एक्सप्रेस-वे के बारे में अखिलेश बात कर रहे हैं”।
अविनाश श्रीवास्तव (@go4avinash) ने लिखा- “302 किमी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस की आधारशिला 23 नवंबर 2014 को रखी गई थी और इसे 23 फरवरी 2017 को जनता के लिए खोल दिया गया था। तब कोई कोविड -19 नहीं था। 14 जुलाई 2018 को 341 किमी पूर्वांचल एक्सप्रेस की आधारशिला रखी गई थी और इसका उद्घाटन 16 नवंबर 2021 को किया गया था। तब कोविड-19 था”।
बता दें कि यूपी में चुनाव से पहले एक्सप्रेस-वे को लेकर भी राजनीति तेज है। बीजेपी और सपा के बीच पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को लेकर भी तनातनी पहले ही सामने आ चुकी है।