यूपी के फतेहपुर में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता धर्मपाल पटेल ने आश्वासन के बाद भी टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर अपना दल (एस) में शामिल हो गए हैं और अपना समर्थन अनुप्रिया पटेल के प्रति जताते हुए उनके घोषित उम्मीदवार को जिताने का ऐलान किया है।

धर्मपाल पटेल जिले के कद्दावर नेता माने जाते हैं। उनके जाने से समाजवादी पार्टी पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। वह लंबे समय से जनता के बीच रहकर अपना प्रचार-प्रसार कर रहे थे। जिले में उनकी काफी लोकप्रियता भी है, लेकिन समाजवादी पार्टी ने टिकट का ऐलान करते समय उनकी जगह दूसरे नेता को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। इससे धर्मपाल पटेल के समर्थक नाराज हो गए और उन्होंने समाजवादी पार्टी का विरोध करना शुरू कर दिया।

धर्मपाल पटेल ने समाजवादी पार्टी को छोड़कर अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल के प्रति अपना समर्थन जताते हुए ऐलान किया है कि वह अब अनुप्रिया पटेल के लिए काम करेंगे। अपना दल के प्रत्याशी जय कुमार जैकी के पक्ष में अपना समर्थन देते हुए समर्थकों से उन्हें जिताने की अपील की है। अपना दल प्रत्याशी जय कुमार जैकी ने उनका स्वागत करते हुए कहा कि वरिष्ठ नेता धर्मपाल पटेल के आने से अपना दल को और मजबूती मिलेगी।

उधर, अखिलेश बुधवार को रामपुर सदर सीट से पार्टी उम्मीदवार आजम खां और जिले की ही स्वार सीट से प्रत्याशी उनके बेटे अब्दुल्ला आजम के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए रामपुर जाना था, लेकिन खराब मौसम की वजह से नहीं जा पाए। रामपुर में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत आगामी 14 फरवरी को मतदान होगा।

रामपुर से सपा सांसद आजम खान पर 100 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं और वह इस वक्त जेल में हैं। सपा ने उन्हें रामपुर सदर से अपना उम्मीदवार बनाया है। उच्चतम न्यायालय ने विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार के लिए अंतरिम जमानत देने की आजम की अर्जी पर विचार करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अंतरिम जमानत के लिए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। आजम के बेटे अब्दुल्ला आजम फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में करीब 23 महीने तक जेल में रहने के बाद हाल ही में जमानत पर रिहा हुए हैं।

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