समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कानपुर के उन पांच नेताओं को पार्टी से निकाल दिया है, जिन पर पीएम मोदी की कानपुर रैली के दौरान हिंसा की साजिश रचने का आरोप है। पुलिस ने इस पांचों को गिरफ्तार भी कर लिया है।

दरअसल मंगलवार को पीएम मोदी की कानपुर में रैली थी। इसी दौरान एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें कुछ लोग एक गाड़ी में तोड़फोड़ कर रहे थे, आग लगा रहे थे। इस गाड़ी पर पीएम मोदी का पोस्टर लगा हुआ था। पुलिस और बीजेपी का कहना है कि यह इसलिए किया गया था ताकि बीजेपी के कार्यकर्ता इस वीडियो को देखें और भड़क कर हिंसा पर उतारू हो जाएं।

वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने जब इसकी छानबीन करनी शुरू की तो सारा मामला सामने आ गया। दरअसल सपा के नेता ही अपनी ही गाड़ी पर बीजेपी के झंडे और पीएम मोदी का पोस्टर लगाकर, उपद्रव मचा रहे थे। पहले इस मामले में एक सपा नेता को गिरफ्तार किया गया, बाकी से पूछताछ चल रही थी। अब पुलिस ने जानकारी दी है कि समाजवादी पार्टी के पांच नेताओं के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस की तरफ से ये जानकारी आने के कुछ देर बाद ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इन आरोपी नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। अखिलेश यादव ने सचिन केसरवानी, अंकुर पटेल, अंकेश यादव, सुकांत शर्मा और सुशील राजपूत को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

इससे पहले बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस करके समाजवादी पार्टी पर इस घटना के लिए हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने समझदारी का परिचय देते हुए इस वीडियो पर भी शांत रहे और उन्होंने हिंसा नहीं की।

बता दें कि कानपुर पुलिस की ओर से कहा गया है कि इस मामले के सभी आरोपियों की पहचान कर ली गई है। पांच को गिरफ्तार कर लिया गया है, बाकी की तलाश जारी है।