यूपी में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहा है, नेताओं और पार्टियों के बीच आरोपों का वार-पलटवार बढ़ने लगा है। यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के टोपी वाले बयान पर अब राजभर ने तंज कसते हुए कहा है कि मालिक के इशारे पर तोता बोल रहा है।

दरअसल एक कार्यक्रम में केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि योगी राज में लुंगीवाले और टोपीवाले गुंडों के दिन चले गए। उनके इस बयान को लेकर जब एबीपी पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर से सवाल पूछा गया तो उन्होंने मौर्य पर सख्त टिप्पणी कर दी। उन्होंने कहा- देखिए एक तोता होता है, पाला जाता है, मालिक पालता है तो उसको थोड़ा चारा देता है, खिलाता है खट्टा-मिट्ठा जो वो खाता है तोता। उसके बाद वो मालिक के इशारे पर बोलता है। उसको ये समझ में नहीं आता है कि हम खाली सीताराम-सीताराम रट रहे हैं”।

राजभर ने आगे कहा कि पिछड़े समाज के साथ क्या हो रहा है, ये मौर्य को दिखाई नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा- उस तोता को यह दिखाई नहीं दे रहा है कि इटावा में एसपी को थप्पड़ किसने मारा, भारतीय जनता पार्टी ने, यही है लॉ एण्ड ऑर्डर। फिर उसी को जिला अध्यक्ष बनाती है बीजेपी”।

राजभर ने यूपी में कानून व्यवस्था पर तंज कसते हुए कहा कि यही बीजेपी के लोग थाने में घुसकर सीओ को मारते हैं। चीरहरण का काम किसने किया था इस सरकार में, बीजेपी के लोगों ने किया था। कहां थे ये सो रहे थे क्या?

पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा के लिए भी राजभर ने बीजेपी के लोगों पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये सभी बीजेपी के गुंडों ने किया था। केशव प्रसाद मौर्य पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए राजभर ने कहा कि केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि वो सीएम बनेंगे और हम डिप्टी सीएम, मेहनत करो। इसके बाद जब सरकार बनने की बात आई तो उत्तराखंड से आए और मुख्यमंत्री बन गए।

बता दें कि राजभर अगामी विधानसभा चुनाव के लिए सपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। राजभर पिछले चुनाव में बीजेपी के साथ थे और योगी सरकार में मंत्री भी बने थे, लेकिन बाद में दोनों के बीच रिश्ते बिगड़े और राजभर बीजेपी से अलग होकर, योगी के खिलाफ मोर्चा खोल लिए।