समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और पत्नी डिंपल ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत इत्र नगरी कन्नौज से की थी। यहां पिछले दिनों एक इत्र व्यापारी से करोड़ों रुपए की बरामदगी का मुद्दा चर्चा में रहा। लेकिन स्थानीय लोगों के लिए विधानसभा चुनाव में यह कोई मुद्दा नहीं है और उनकी चिंता का विषय महंगाई और बेरोजगारी हैं। एक इत्र व्यापारी के घर से करोड़ों रुपए के ‘काले धन’ की बरामदगी राजनीतिक दलों के लिए भले ही चुनावी मुद्दा है लेकिन कन्नौज सदर सीट के चार लाख से अधिक मतदाताओं के लिए महंगाई, बेरोजगारी और खेती से जुड़ी परेशानियां मुख्य मुद्दे हैं।

बहुजन समाज पार्टी के शासनकाल में 1997 में कन्नौज जिला बनने के बाद कन्नौज सदर सीट पर समाजवादी पार्टी का ही कब्जा रहा है। 2017 में मोदी लहर के बावजूद यहां भारतीय जनता पार्टी को कामयाबी नहीं मिली थी। इस बार सपा के गढ़ पर कब्जा जमाने के लिए भाजपा ने कानपुर के पूर्व पुलिस आयुक्त असीम अरुण को चुनाव मैदान में उतारा है।

समाजवादी पार्टी से तीन बार विधायक रहेअनिल दोहरे एक बार फिर मैदान में हैं। वहीं कांग्रेस ने विनीता देवी पर भरोसा जताया है तो बसपा से समरजीत दोहरे मैदान में हैं। कन्नौज सीट पर तीसरे चरण में 20 फरवरी को मतदान है। कन्नौज सदर सीट सुरक्षित सीट हैं। जीएसटी खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआइ) ने हाल ही में शहर के इत्र व्यापारी पीयूष जैन के घर और कारखाने से 177 करोड़ रुपए नकद, 25 किलोग्राम सोना और 250 किलोग्राम चांदी जब्त की थी।

वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के अनिल दोहरे जीते थे, जबकि भाजपा के बनवारी लाल दोहरे दूसरे स्थान पर और बसपा के अनुराग सिंह तीसरे स्थान पर रहे थे। बसपा से इस बार समरजीत सिंह दोहरे उम्मीदवार हैं। असीम अरुण भी दोहरे हैं और सपा उम्मीदवार अनिल भी दोहरे हैं। दोहरे दलित होते हैं और यह दोहरे बाहुल्य सीट है। विधायक अनिल दोहरे पुराने समाजवादी हैं और उनके पिता बिहारी लाल दोहरे भी इस सीट से जीत चुके हैं। पत्नी सुनीता दोहरे जिला पंचायत अध्यक्ष रही हैं ।

कन्नौज के सेंगरनपुरवा में चुनाव प्रचार के दौरान असीम अरुण ने कहा, कन्नौज का खैरपुर गांव हमारे परिवार का पुश्तैनी गांव रहा हैं, और हमारे पिता पूर्व डीजीपी श्रीराम अरुण को गांव से काफी लगाव था, इसलिए वे माह में एक बार यहां जरूर आते थे। पिता ने यहां एक स्कूल खोला, किसानों के खेतों में पानी न पहुंच पाने की समस्या का हल निकाला।’ वहीं दूसरी ओर, समाजवादी पार्टी उम्मीदवार अनिल दोहरे ने नसरापुर स्थित नगर सपा कार्यालय में कहा, अखिलेश यादव ने कन्नौज में परफ्यूम पार्क, विशिष्ट आलू मंडी, कैंसर अस्पताल आदि का निर्माण कार्य शुरू करवाया था।

लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार ने किसी भी कार्य को पूरा करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई क्योंकि उनकी नजर में यह समाजवादी पार्टी का गढ़ है। सपा प्रत्याशी समरजीत सिंह दोहरे दावा करते हैं कि इस बार जनता पार्टी प्रमुख मायावती को मुख्यमंत्री बनाएगी क्योंकि इस क्षेत्र में सपा ने विकास का कोई काम नहीं किया कांग्रेस उम्मीदवार विनीता देवी कहती हैं कि जीतने पर वे महिलाओं की सुरक्षा और विकास के लिए काम करेंगी।

ज के ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष और प्रमुख व्यावसायी अनुज मिश्रा गांधी के अनुसार, पीयूष जैन के यहां से धन की बरामदगी चुनाव में कोई मुद्दा ही नहीं है। वे किसी पार्टी के सदस्य नहीं हैं और वे केवल एक व्यापारी हैं। इस बार शिक्षा, रोजगार, सड़क और पानी बड़ा मुद्दा हैं। हम इन मुद्दों पर वोट करेंगे। क्षेत्र का विकास हो, हम बस इतना ही चाहते हैं।

इत्र व्यापारी आशु दुबे के अनुसार, आप एक इत्र व्यापारी के यहां से धन की बरामदगी की बात करते हैं जो कोई मुद्दा ही नहीं हैं। हम इत्र का कारोबार करने वाले लोग चाहते हैं कि इत्र में इस्तेमाल होने वाले फूलों को उगाने वाले किसानों को उचित सुविधाएं मिलें ताकि वे फूलों की अच्छी फसल उगा सकें और हमें फूल यहीं स्थानीय स्तर पर ही मिल जाएं।’