यूपी में चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज जैन के यहां शुक्रवार को इनकम टैक्स ने छापा मारा है। पुष्पराज जैन इत्र के कारोबारी हैं और इन्होंने समाजवादी इत्र लॉन्च किया था। इस छापे से पहले भी कई सपा नेताओं के यहां इनकम टैक्स की रेड पड़ चुकी है। इन छापों को लेकर शुक्रवार को अखिलेश यादव ने कन्नौज में एक प्रेस कांफ्रेंस किया और भाजपा पर सिलसिलेवार तरीके से निशाना साधा।
प्रेस कांफ्रेंस में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि पिछले कई दिनों से खबर थी कि सपा नेताओं के यहां छापे पड़ेंगे। कई बार अखबार में भी छोटी-बड़ी खबरों में पढ़ने को मिलता था कि समाजवादियों के वहां छापे पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली से जब भी भाजपा नेताओं का लखनऊ में कार्यक्रम होता है, तो छापेमारी करने वाले अफसर साथ आते हैं।
सपा प्रमुख ने कहा- “समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए लोगों के ऊपर छापे पड़ रहे हैं और दिल्ली से जब भी भारतीय जनता पार्टी का यूपी में कार्यक्रम होता है, लगता है कि अपने साथ में इन विभागों को भी बुलाते हैं”।
इनकम टैक्स की आज की रेड और इस पहले भी कन्नौज में इत्र व्यापारियों पर छापे पड़ चुके हैं। इसे लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि कन्नौज समाजवादियों से जुड़ा हुआ क्षेत्र रहा है, यहां का अगर इतिहास उठा कर देखेंगे तो, यहां पर भाईचारे और सौहार्द का इतिहास रहा है। कन्नौज में इत्र कोई आज से नहीं बन रहा है, बहुत वर्षों से यहां इत्र बन रहा है। उन्होंने कहा- “कन्नौज की अपनी पहचान इत्र की रही है, यह सुगंध की राजधानी है। मैं इन बातों को इसलिए बता रहा हूं, पहले दिन से यहां के लोगों ने देखा है कन्नौज के साथ किस तरह से व्यवहार हुआ है। कन्नौज के साथ जो पॉलिटिकली व्यवहार हुआ वह मैंने आज सामने रखा है”।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोग नफरत की दुर्गंध फैलाने वाले है। यह सौहार्द की सुगंध को कैसे पसंद करेंगे? उन्होंने कहा- “जानबूझकर यह लोग सपा को तो बदनाम करना ही चाहते हैं लेकिन दुख कि बात ये है कि लखनऊ से लेकर दिल्ली वाले तक, कन्नौज जिसका इतिहास सुगंध और इत्र का है, इसी से इसकी पहचान दुनिया में है, उसको बदनाम करने में लगे हुए हैं”।
मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने फिर से एक बार कानपुर वाले पीयुष जैन के यहां पड़े छापों को लेकर कहा कि वो पहले दिन से कह रहे हैं जिस जगह पहले छापा मारा इन्होंने, उससे समाजवादी पार्टी का कोई रिश्ता नहीं है। जिस पर छापा पड़ा पहली बार, उससे बीजेपी और बीजेपी के लोगों का संबंध है। उन्होंने कहा कि छापे वाले अफसर ढूंढने गए थे सपा के पुष्प राज जैन को और खोज निकाला, इन्होंने बीजेपी के सहयोगी पीयूष जैन को। अब अपनी इस गलती की खीज मिटाने के लिए इन्होंने फिर से छापा मारा है।
छापे में मिले रुपयों को लेकर भी सपा प्रमुख ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ये बताए कि इतने बड़े पैमाने पर रुपया कैसे निकला? जिस बीजेपी ने बताया था कि नोटबंदी के बाद कालाधन नहीं आएगा। जीएसटी लागू हो जाने से व्यापार का सरलीकरण होगा और इससे व्यापार अच्छा हो सकेगा। लेकिन क्या ये सब हुआ?