उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में करहल से भाजपा उम्मीदवार सत्य पाल सिंह बघेल को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने गृह मंत्रालय (एमएचए) के सूत्रों के हवाले से बुधवार को यह जानकारी दी है। ऐसे में भाजपा के वरिष्ठ नेता एसपी बघेल के पास केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की जेड स्तर की सुरक्षा रहेगी, जो उन्हें 11 फरवरी से मुहैया कराई गई है।

गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय कानून और न्याय राज्य मंत्री, बघेल को 11 फरवरी को जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई थी। हालांकि, एसपी बघेल को पहले वाई प्लस श्रेणी (Y+) की सुरक्षा दी जा रही थी। लेकिन बीते दिनों भाजपा के वरिष्ठ नेता एसपी बघेल के काफिले पर हुए हमले के चलते सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

बता दें कि, एसपी बघेल के काफिले पर उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के अतिकुल्लापुर गांव के पास पत्थरों और लाठियों से हमला किया गया था।काफिले पर हुए हमले के दौरान बीजेपी नेता बाल-बाल बच गए थे। इस हमले निंदा करते हुए भाजपा ने आरोप लगाया था कि यह सपा के लोगों का काम है। हालांकि, घटना के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था और मामले पर जांच जारी है। वहीं यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि सभी दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

ज्ञात हो कि, एसपी बघेल मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी हैं, जहां से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। इसे यूपी चुनावों की सबसे ‘हॉटशीट’ माना जा रहा है।

ऐसे में आपको बताते हैं कि यह सुरक्षा कब और कैसे दी जाती है? दरअसल, देश में सुरक्षा व्यवस्था को चार श्रेणियों में बांटा गया है। जिन्हें जेड प्लस (Z+), जेड (Z), वाई (Y) और एक्स (X) श्रेणी के रूप में जाना जाता है। देश की सरकार या पुलिस राजनेताओं, बड़े अधिकारियों या व्यक्ति विशेष पर खतरे के आधार को लेकर इस बात का निर्णय लेती है कि, उसे इन चार श्रेणियों में किसे कौन से स्तर की सुरक्षा देनी है।

जेड प्लस श्रेणी: इस सुरक्षा व्यवस्था में कुल 36 सुरक्षाकर्मी होते हैं। इनमें से 10 से अधिक NSG कमांडो शामिल होते हैं। इस सुरक्षा श्रेणी में पहला कवर एनएसजी देखता और दूसरा कवर एसपीजी कमांडो का होता है। इसके अलावा जेड प्लस सुरक्षा श्रेणी में आईटीबीपी, सीआरपीएफ के जवान सहित एस्कॉर्ट्स व पायलट वाहन भी शामिल होते हैं।

जेड श्रेणी: इस सुरक्षा श्रेणी में 5 एनएसजी कमांडो सहित कुल 22 सुरक्षाकर्मी होते हैं। इसमें आईटीबीपी, सीआरपीएफ कमांडो, दिल्ली पुलिस सहित स्थानीय पुलिसकर्मी भी शामिल होते हैं।

वाई श्रेणी: इस श्रेणी की सुरक्षा कम खतरे वाले लोगों को प्रदान की जाती है। वाई श्रेणी सुरक्षा व्यवस्था में कुल 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं, जिनमें एक या दो कमांडो, दो निजी सुरक्षा गार्ड (पीएसओ) शामिल होते हैं।

एक्स श्रेणी: इस श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था में दो सुरक्षा गार्ड तैनात होते हैं, जिसमें एक पीएसओ (निजी सुरक्षा गार्ड) होता है।