समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार पर कहा कि यह लड़ाई दूसरे किस्म की थी, जिसे वह समझ नहीं पाये। आजमगढ़ से सांसद चुने जाने के बाद जनता का धन्यवाद करने आये अखिलेश ने एक जनसभा में कहा कि लोकसभा चुनाव में फरारी कार और साइकिल के बीच मुकाबला था। सब जानते थे कि फरारी जीत जाएगी। लोकसभा चुनाव मुद्दों पर नहीं हुआ, वह तो कुछ और ही बातों पर हुआ है। साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने आज तक जीत का सर्टिफिकेट किसी को नहीं दिखाया। दिखाता तो नाराजगी कुछ और होती।
अखिलेश यादव ने कहा, “जिस दिन मेरे हाथ में जीत का सर्टिफिकेट मिला, जिसमें मैंने देखा कि मैं आजमगढ़ से जीत गया, मैंने उसे छिपा दिया। हमने कहा कि यदि घर में दिखाया तो नाराजगी और कुछ हो जाएगी। मैंने फिर सर्टिफिकेट किसी को नहीं दिखाया। मैंने कहा कि जब तक मैं जनता के सामने न दिखा दूं, तब तक ये सर्टिफिकेट कोई नहीं देखेगा। हम इसे आज छिपाकर के लेकर आए हैं। आज भी जो सम्मान आपने दिया है, एक-एक वोट देकर दिया है, उन्होंने भी हमारी मदद की है। रोजेदारों ने गर्मी की परवाह नहीं की। उन्होंने साइकिल और हाथी पर बटन दबाया। इसलिए मैंने कहा कि जब तक इसे जनता को नहीं दिखाऊंगा, किसी को नहीं दिखाऊंगा।”
उन्होंने इशारों में सपा की हार का ठीकरा मीडिया के सिर फोड़ते हुए कहा कि बताइए हर दिन टीवी पर कौन दिखता था, किसका टीवी था? वे हमारे दिमाग में टीवी और मोबाइल से खेले। यह अलग किस्म की लड़ाई थी, हम इस लड़ाई को नहीं समझ पाए। जिस दिन हम इस लड़ाई को समझ जाएंगे उस दिन जीत जाएंगे।
अखिलेश ने कहा कि विरोधी काफी ताकतवर हैं लेकिन सामाजिक गठबंधन के जरिए उन्हें मात देने का प्रयास निरंतर जारी रहेगा। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं की हत्या को लेकर प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया वहीं यह दावा किया कि पार्टी को सीट भले ही न मिली हो लेकिन उसका हौसला बरकरार है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि हमें जिनसे लड़ना है, वह काफी ताकतवर हैं, जिसकी हम कल्पना नहीं कर सकते। मगर, जिस समय शासन और प्रशासन अन्याय करने लगे, देश और समाज को छोड़ अपनी तरक्की में जुट जाये तब हमारी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। उन्होंने कहा, ”हम और बहुजन समाज पार्टी के साथी मिलकर सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ेंगे।” अखिलेश ने कहा कि उनकी पार्टी भले ही चुनाव हार गयी हो, लेकिन हम विरोधी दलों को चुनौती देते हैं कि वे अपनी सरकार में कराये गये विकास कार्य और हमारी सरकार के विकास कार्यों की तुलना कर लें। उनका काम नहीं टिक पायेगा। (भाषा इनपुट के साथ)