दिल्ली-एनसीआर के 100 स्कूलों को बुधवार सुबह एक मेल आया था जिसमें कहा गया कि बिल्डिंग को बम से उड़ा दिया जाएगा। उस मेल के बाद जमीन पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया और स्थिति तनावपूर्ण हो गई। अब ये तो काफी पहले ही साफ हो गया कि वो धमकी फर्जी थी, सिर्फ गुमराह करने के लिए दी गई थी। लेकिन जो नए इनपुट सामने आए हैं, वो हैरान और चिंता में डालने वाले हैं।

इनपुट नंबर 1- इस्लामिक स्टेट जैसा अंदाज

अब सबसे पहले समझने वाली बात ये है कि जिस ईमेल आईडी ने ये मैसेज आया था, उसका नाम Sawariim’ है, जो ‘al-Sawarim’ से ही निकला है। समझने वाली बात ये है कि 2014 में इस्लामिक स्टेट ने भी ऐसी ही एक शब्द का इस्तेमाल किया था और उस पूरे मैसेज में जिहाद और जंग करने का जिक्र था। अब ये कह देना कि धमकी इस्लामिक स्टेट से आई है, इसकी संभावना काफी कम है। लेकिन माना जा रहा है कि गुमराह करने के लिए इस आतंकी संगठन के स्टाइल को कॉपी किया गया है। इसके ऊपर जिस अंदाज में पूरा लेटर लिखा गया, जैसे शब्दों का इस्तेमाल हुआ, वहां भी पाया गया कि इस्लामिक स्टेट को कॉपी किया गया।

इनपुट नंबर 2- रूसी मेल आईडी

एक दूसरा बड़ा इनपुट ये सामने आया है कि जिस आईडी ये मेल भेजा गया, उसका कनेक्शन रूस से दिखाई दे रहा है। असल में बम धमकी भेजने वाली मेल आईडी थी- savariim@mail.ru। अब .ru सिर्फ रूसी सर्वर द्वारा इस्तेमाल किया जाता है, ऐसे में किसी के भी मन में सवाल आएगा कि वहां से कैसे धमकी भरा मेल आ गया। एक जरूरी बात ये भी है कि रूसी सर्वर एक फ्री इमेल सर्विस प्रोवाइड करता है, एक घंटे बाद वो खत्म भी हो जाती है। माना जा रहा है कि इसी वजह से आरोपियों ने भी उसका इस्तेमाल किया।

इनपुट नंबर 3- आराम से बन जाती फर्जी आईडी

एक तीसरा इनपुट जांच में ये सामने आया है कि फर्जी इमेल आईडी बनाने के लिए आरोपियों को कोई ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी। इसी वजह से उन्होंने रूसी मेल सर्वर का इस्तेमाल किया था। वहां पर जाकर बिना ज्यादा जानकारी शेयर करे कुछ समय के लिए आराम से फर्जी आईडी बना ली जाती है, मन मुताबिक वो डिलीट भी की जा सकती है। यानी कि किसी को पता नहीं चलेगा और काम भी कर दिया जाएगा।