रोहन गुप्ता ने बीजेपी का दामन थाम लिया है, उनकी तरफ से जो बातें कही गई हैं, वो बताने के लिए काफी हैं कि देश की सबसे पुरानी पार्टी की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ाने वाली हैं। गौरव वल्लभ की तरह रोहन गुप्ता ने भी सनातन को आधार बनाकर कांग्रेस पर निशाना साधा है।

रोहन गुप्ता ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि कितने विरोधाभास हो सकते हैं? एक संचार प्रभारी हैं जिनके नाम में ‘राम’ है, जब सनातन (धर्म) का अपमान हो रहा था तब उन्होंने हमको कहा कि आप चुप रहो… देश के नाम का उपयोग करके एक गठबंधन बनाया गया लेकिन उसमें ‘देश विरोधी ताकतों’ को जोड़ा गया।

अपने बयान में रोहन गुप्ता ने ये भी कहा कि पिछले 60 साल तक कांग्रेस को जनता का आशीर्वाद इसलिए मिला क्योंकि वो राष्ट्रवाद पर चलें, उन्होंने सनातन का सम्मान किया, उनकी तरफ से औद्योगीकरण पर जो रहा। लेकिन पिछले दो सालों में कांग्रेस की कमान घमंडी लोगों को दे दी गई है। अगर हम किसी पार्टी के प्रवक्ता हैं और हमे ही सनातन के अपमान के खिलाफ चुप रहने के लिए कहा जाता है, क्या आपको लगता है कि लोग ऐसी बात को खरीदेंगे भी। आपने तो उस अरविंद केजरीवाल से हाथ मिलाय है जिसे खालिस्तानी और भ्रष्टाचारी कहा गया था। अब कैसे उनके लिए वोट मांगेगे आप। आपके सत्ता के लालच के लिए कांग्रेस क्यों अपना नुकसान करे।

वैसे इससे पहले गौरव वल्लभ ने भी कुछ इसी अंदाज में कांग्रेस छोड़ी थी। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ने राम मंदिर कार्यक्रम में ना जकर महा पाप किया है और वे खुद उस पाप के भागी नहीं बन सकते हैं। उनका तर्क था कि कांग्रेस हाईकमान सनातन का अपमान करने वालों के खिलाफ चुप्पी धारण कर चुका है और कोई कार्रवाई नहीं कर रहा।