राजस्थान में कड़ी मशक्कत, लंबे इंतजार और जबर्दस्त जद्दोजहद के बाद आखिरकार कुर्सी का संघर्ष खत्म हो गया है। राजस्थान में भाजपा को हराने के बाद कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर गहन मंथन के बाद अशोक गहलोत का नाम ही फाइनल हुआ। लेकिन युवा शक्ति को संतुलन देने के लिए सचिन पायलट को राज्य का उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। इस पद पर पहुंचने वाले वे पांचवे नेता हैं।
…ये हैं राजस्थान के अब तक के उपमुख्यमंत्री
1. टीकाराम पालीवाल
2. बनवारी लाल भैरवा
3. हरीशंकर भाबरा
4. कमला बेनीवाल
5. सचिन पायलट
पहली बार विधायक बने और उपमुख्यमंत्री चुने गए
पांच सालों से राजस्थान में कांग्रेस की कमान संभाल रहे सचिन पायलट के नाम कम उम्र में बड़ी उपलब्धियों का लंबा रिकॉर्ड है। 2004 में वे राजस्थान के दौसा से लोकसभा सांसद चुने गए। इसके बाद 2009 में वे अजमेर से लड़े और फिर जीत गए। हालांकि 2014 के चुनाव में उन्हें अजमेर से हार का सामना करना पड़ा था। 2018 में उन्होंने अपने जीवन का पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और पहली बार में उपमुख्यमंत्री बन गए।
…ये हैं पायलट के बड़े रिकॉर्ड
– 2004 में महज 26 साल की उम्र में देश के सबसे युवा सांसद होने का खिताब अपने नाम किया था।
– टेरेटोरियल आर्मी में उन्हें लेफ्टिनेंट भी नियुक्ति किया गया था। यह उपलब्धि पाने वाले वे पहले केंद्रीय मंत्री भी बने।
– 2008 में उन्हें इकोनॉमिक फोरम द्वारा ‘यंग ग्लोबल लीडर्स’ में शामिल किया गया था।
– सचिन पेशेवर ट्रेंड पायलट भी हैं। उन्होंने 1995 में अमेरिका से लाइसेंस भी प्राप्त किया है।
केंद्र में निभाई बड़ी भूमिकाएं
यूपीए सरकार में कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री रहे सचिन पायलट गृह मामलों पर संसद की स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य, नागरिक उड्डयन मंत्रालय और संसद की बजट आकलन समिति में सलाहकार भी रहे हैं।
2014 में हार के बाद ली थी ये प्रतिज्ञा
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला की बेटी सारा से शादी करने वाले पायलट ने 2014 लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद प्रतिज्ञा ली थी कि जब तक वे राजस्थान में सत्ता हासिल नहीं कर लेते राज्य का परंपरागत साफा नहीं पहनेंगे। अब वे उपमुख्यमंत्री बन गए हैं। ऐसे में अब वे कब साफा पहनते हैं यह भी देखना दिलचस्प होगा।