पांच राज्यों के विधान सभा चुनावों में से हिन्दी पट्टी के तीन भाजपा शासित राज्यों में कांग्रेस की जीत हुई है। इनमें से दो राज्यों में भाजपा की हार मात्र 0.5 फीसदी से भी कम वोट फीसदी के अंतर से हुई है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने भाजपा को 0.1 फीसदी और राजस्थान में 0.5 फीसदी के वोट अंतर से भाजपा को हराया है। हालांकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने 10.4 फीसदी वोट के अंतर से भाजपा को शिकस्त दी है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 90 सीटों वाली छत्तीसगढ़ विधान सभा में कांग्रेस को कुल 43.2 फीसदी वोट हासिल हुए जबकि भाजपा को 32.8 फीसदी वोट मिले। यानी इन दोनों दलों के बीच वोटों का अंतर 10.4 फीसदी रहा। तीसरे बड़े दल जनता छत्तीसगढ़ कांग्रेस को 7.3 फीसदी और उनकी सहयोगी बसपा को 3.7 फीसदी मत मिले हैं। संख्या के लिहाज से देखें तो ताजा आंकड़ों के मुताबिक कांग्रेस को भाजपा से करीब 13 लाख ज्यादा वोट मिले हैं। ताजा रुझानों के मुताबिक छत्तीसगढ़ के कुल 90 सीटों के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस को 65 , बीजेपी को 17 और अन्य को 8 सीटें मिल रही हैं।
राजस्थान में कांग्रेस को कुल 39.3 फीसदी वोट मिले हैं जबकि भाजपा को 38.8 फीसदी वोट हासिल हुए हैं। यानी दोनों दलों के बीच वोटों का अंतर मात्र 0.5 फीसदी रहा है। राजस्थान में निर्दलियों को 9.5 फीसदी वोट मिले हैं। कांग्रेस को कुल 1 करोड़ 39 लाख 17 हजार 929 वोट मिले हैं , जबकि भाजपा को कुल 1 करोड़ 37 लाख 43 हजार 459 वोट मिले हैं। यानी कांग्रेस को भाजपा से मात्र करीब 2 लाख वोट ज्यादा मिले हैं। चुनावी रुझानों के मुताबिक 200 सदस्यों वाले राजस्थान में 199 सीटों पर चुनाव हुए थे उनमें से कांग्रेस गठबंधन को 101, भाजपा को 73 और अन्य को 25 सीटें मिल रही हैं।
मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस में कांटे की टक्कर देखने को मिली। रात 9 बजे तक चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक कांग्रेस को कुल 41.1 फीसदी वोट मिले जबकि भाजपा को 41 फीसदी वोट मिले थे। यानी कांग्रेस को मात्र 0.1 फीसदी ही ज्यादा वोट मिले थे। बसपा को 4.8 फीसदी वोट हासिल हुए हैं। बता दें कि 230 सीटों में कांग्रेस- 114 , बीजेपी 108 और अन्य को 8 सीटों पर बढ़त मिली हुई है।
(चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जारी आंकड़ों के आधार पर यह खबर आधारित है। अंतिम आंकड़ों में फेरदबल संभव है)