राजस्थान में भाजपा की चौथी लिस्ट भी जारी हो गई है। इस लिस्ट में तीन पैराशूट नेताओं के नाम भी शामिल हैं। पार्टियों की लिस्ट के चलते नेताओं के नाराज होना का सिलसिला नजर आ रहा है। ऐसे में नया नाम शामिल हुआ है अलवर के रामगढ़ से दो बार विधायक रहे ज्ञानदेवा आहूजा जिन्होंने रविवार को भाजपा का साथ छोड़ दिया और जयपुर के सांगानेर से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
त्रिकोणीय मुकाबला होगा दिलचस्प
ज्ञानदेव आहूजा अकसर अपने बयानों के लिए चर्चा में रहते है इसके साथ ही उन्हें संघ का करीबी भी माना जाता है। लेकिन बावजूद इसके पार्टी ने उनका टिकट काट दिया जिसके बाद वो मैदान में निर्दलीय उतरने के लिए तैयार हैं। आहूजा ने प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी को अपना इस्तीफा भेजते हुए कहा कि वो भाजपा के तानाशाह रवैया से परेशान होकर इस्तीफा दे रहे हैं। बता दें कि सांगानेर से कांग्रेस ने युवा नेता पुष्पेंद्र भारद्वाज को मैदान में उतारा है वहीं भाजपा से इस्तीफा देकर भारतवाहिनी पार्टी बनाने वाली घनश्याम तिवाड़ी पहले से ही चुनाव लड़ते आ रहे हैं।
Protesting against the dictatorial attitude of BJP, I have resigned from primary membership of the party. I will contest as an Independent on issues like Ram Janmabhoomi, cow protection and Hindutva: MLA Gyandev Ahuja, who was denied a ticket by BJP #RajasthanElections2018 pic.twitter.com/UlfawB79jb
— ANI (@ANI) November 19, 2018
बयानों से बटोरते हैं सुर्खियां
बता दें कि आहूजा ने 2016 में जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रोज तीन हजार कंडोम मिलने का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि जेएनयू में रोजाना 50 हजार हड्डी के टुकड़े, तीन हजार इस्तेमाल किए हुए कंडोम और 500 इस्तेमाल किए हुए अबॉर्शन इंजेक्शन मिलते हैं। इसके साथ ही उन्होंने यूनिवर्सिटी में हर दिन सिगरेट के दस हजार बट मिलने और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में न्यूड डांस करने की भी बात कही थी। जेएनयू के अलावा आहूजा ने मॉब लिंचिंग और लव जिहाद के मसले पर भी कई बयान दिए थे।
200 सीटों के लिए हुआ मुकाबला
गौरतलब है कि प्रदेश में 200 विधानसभी सीटे हैं। जिसके लिए 7 दिसंबर को वोटिंग होगी और 11 दिसंबर को नतीजे सबके सामने होंगे। इसके साथ ही बता दें कि प्रदेश में वसुंधरा राजे को टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने जसवंत सिंह के बेटे मानवेन्द्र सिंह को मैदान में उतारा है।

