5 राज्यों में विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद मध्यप्रदेश और राजस्थान में कौन बनेगा मुख्यमंत्री ये सवाल गहराता जा रहा था। राजस्थान में जहां सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच अभी भी संशय जारी है तो वहीं मध्य प्रदेश में राहुल गांधी ने कमलनाथ का नाम मुख्यमंत्री के लिए तय कर दिया है। ऐसे में हनुमान बेनीवाल ने राहुल गांधी से एक सवाल पूछा है।
क्या है हनुमान का ट्वीट
हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा- अगर अनुभव ही आधार माने तो 1998 में परसराम मदेरणा तथा 2008 में शीशराम ओला वरिष्ठ होते हुए भी क्यों दरकिनार किए गए? @RahulGandhi आपके मुख्यमंत्री पद की योग्यता का आधार क्या हैं? युवा या अनुभव!। अपने इस ट्वीट से हनुमान ने राहुल से सीधे सीधे दोनों उम्मीदवारों में से किसी को भी चुनने के पीछे का जवाब जानना चाहा है।
अगर अनुभव ही आधार माने तो 1998 में #परसराम_मदेरणा तथा 2008 में #शीशराम_ओला वरिष्ठ होते हुए भी क्यों दरकिनार किए गए? @RahulGandhi आपके मुख्यमंत्री पद की योग्यता का आधार क्या हैं? युवा या अनुभव! @SachinPilot @ashokgehlot51
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) December 13, 2018
पहले भी रहा है सीएम के लिए संघर्ष
1952: जयनारायण व्यास और टीकाराम पालीवाल
1954: जयनारायण व्यास और मोहन लाल सुखाड़िया
1971: मोहन लाल सुखाड़िया और बरकतुल्ला खां
1998: परसराम मदेरणा और अशोक गहलोत<br />
2008: सीपी जोशी और अशोक गहलोत
2018: सचिन पायलट और अशोक गहलोत
किसका कितनी सीटों पर कब्जा
राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों में से 199 सीटों पर मतदान हुआ था। बता दें कि रामगढ़ विधानसभा सीट पर बसपा प्रत्याशी के निधन के चलते उस सीट का चुनाव रद्द कर दिया गया था। ऐसे में 199 सीटों पर कुछ ऐसा है पार्टियों का रिपोर्ट कार्ड। ये आंकड़े https://eciresults.nic.in/PartyWiseResult.htm द्वारा पेश किए गए हैं।
99 सीट: कांग्रेस
6 सीट: बहुजन समाज पार्टी
73 सीट: भारतीय जनता पार्टी
2 सीट: कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी)
2 सीट: भारतीय ट्राइबल पार्टी
1 सीट: राष्ट्रीय लोक दल
3 सीट: राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी
13 सीट: निर्दलीय
मोदी ने किया था जमकर प्रचार प्रसार
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान में प्रचार प्रसार के दौरान 12 सभाएं की थीं, जो कि पाचों राज्यों में सबसे ज्यादा हैं। इसके अलावा मोदी ने मध्य प्रदेश में दस, छत्तीसगढ़ में चार, तेलंगाना में पांच और मिजोरम में एक रैली की थी। बता दें कि कुल मिलाकर इन पांचो राज्य में 679 सीटें हैं, हालांकि चुनाव इन में से 678 पर ही हुआ था।