Lok Sabha Election 2019: राजस्ठान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने एक बार फिर बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा है। गहलोत ने कहा कि आरएसएस (राष्ट्रीय सेवा संघ) ने बीजेपी पर अतिरिक्त असंवैधानिक अधिकार बना कर रखा है। उन्होंने कहा कि आरएसएस संगठन को अपनी खुद की पार्टी बना लेनी चाहिए या फिर बीजेपी सरकार में शामिल हो जाना चाहिए। गहलोत ने यह बात गुरुवार ( 21 मार्च) को एक प्रेस कांफ्रेस के दौरान कही। उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति यह है कि बिना आरएसएस की इजाजत के यहां कोई मुख्यमंत्री या मंत्री नहीं बन सकता। यही नहीं बीजेपी में सारे फैसलों में आरएसएस की भी बराबर की भागीदारी होती है।
आरएसएस एक सांस्कृतिक संगठनः गहलोत ने कहा कि आरएसएस एक सांस्कृतिक संगठन है, उनका राजनीति से कोई लेना-देना है। जब आरएसएस पर पांबदी लगाई गई थी तो उन्होंने लिखित में आश्वासन दिया था कि वह कभी भी राजनीति का हिस्सा नहीं बनेंगे और सांस्कृतिक संगठन के रुप में कार्यत रहेंगे। सीएम गहलोत ने कहा कि आरएसएस को अपनी बात पर टिके रहना चाहिए और राजनीति से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। बता दें पहले भी आरएसएस पर बीजेपी सरकार में सक्रिय भागीदारी होने के आरोप लगते रहे हैं।
पहला मतदान 11 अप्रैल सेः लोकसभा चुनावों की घोषणा के बाद से सभी राजनीतिक पार्टियों की एक- दूसरे पर बयानबाजी तेज हो गई है। इस बार लोकसभा चुनाव सात चरणों में होंगे। पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को होगा और आखिरी चरण 19 मई को संपन्न होगा। सातों चरणों के चुनावों की घोषणा 23 मई को होगी। 18 से 19 साल के लगभग डेढ़ करोड़ युवा इस बार के चुनावों में पहली बार वोट देकर चुनाव का हिस्सा बनेंगे।
गौरतलब है कि इस बार 10 लाख पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। हर पोलिंग बूथ पर वीवीपैट का इस्तेमाल किया जाएगा। ईवीएम मशीन पर चुनाव चिन्ह के साथ उम्मीदवार का तस्वीर लगी होगी, वहीं ईवीएम मशीन को जीपीएस की मदद से ट्रैक भी किया जाएगा जिससे चुनावी प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी न हो।