लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए कांग्रेस ने अपने बड़े मिशन की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। आज यानी कि रविवार से कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू होने जा रही है। इससे पहले भारत जोड़ो यात्रा के जरिए कांग्रेस ने दक्षिण से उत्तर तक कई राज्यों को साधा था, अब उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए कुछ दूसरे उद्देश्यों के साथ भारत न्याय यात्रा निकालने की तैयारी है।

जानकारी के लिए बता दें राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 15 राज्यों से होकर गुजरने वाली है। इसका सफर 6700 किलोमीटर लंबा रहने वाला है, एक तय रणनीति के तहत कांग्रेस मणिपुर से अपनी इस यात्रा का आगाज करने जा रही है। बताया जा रहा है कि रविवार को कांग्रेस की ये यात्रा मणिपुर के थौबल जिले के खांगजोम से शुरू होने जा रही है। ये समझना जरूरी है कि खांगजोम एक युद्ध स्मारक है और उसकी ऐतिहासिक मान्यता है। देश के पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय प्रणब मुखर्जी द्वारा ही साल 2016 में खांगजोम स्मारक का उद्घाटन किया गया था।

अब कांग्रेस की ये भारत न्याय यात्रा लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मायने रखती है। असल में जिन 110 जिलों से होकर ये यात्रा निकलने वाली है, उसके जरिए कांग्रेस सीधे-सीधे 100 लोकसभा सीटें और विधानसभा की 337 सीटों को साधने जा रही है। देश की सबसे पुरानी पार्टी इस यात्रा के जरिए मणिपुर, नागालैंड, असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, गुजरात जैसे कई राज्यों को कवर करने जा रही है।

बड़ी बात ये है कि यात्रा के दौरान जनता के साथ सीधा कनेक्ट बना रहे, इसलिए राहुल गांधी खुद रोज की दो जनसभा को संबोधित करेंगे। जानकारी तो ये भी मिली है कि अलग-अलग वर्गों के 20 से 25 लोगों से उनकी रोज मुलाकात होगी। वैसे बताया जा रहा है कि भारत जोड़ो यात्रा की तरह इस न्याय यात्रा के दौरान भी कांग्रेस को कई विपक्षी दलों का समर्थन मिल सकता है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने खुद सभी विपक्षी दलों के नेताओं से अपील की है कि कांग्रेस की इस यात्रा में उनका समर्थन किया जाए। अभी तक समर्थन को लेकर किसी भी दल द्वारा कोई औपचारिक ऐलान तो नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है राज्य दर राज्य जब ये यात्रा आगे बढ़ेगी, पार्टी को दूसरे दलों का सपोर्ट भी मिलता दिख जाएगा।

कांग्रेस की इस यात्रा के उद्देश्य की बात करें तो पार्टी का मानना है कि राहुल गांधी ने पिछले साल भारत को जोड़ने का काम कर दिया था, लेकिन अभी भी समाज के कई वर्गों को न्याय नहीं मिल पाया है। सरकार की गलत नीतियों की वजह से गरीब से लेकर बेरोजगारों तक को कई तरह परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में उन्हें साधने के लिए ये यात्रा निकाली जा रही है। वैसे जानकार तो ये भी मान रहे हैं कि इस न्याय यात्रा के जरिए कांग्रेस अपनी 2019 के लोकसभा चुनाव वाली बड़ी स्कीम की फिर री लॉन्चिंग कर रही है। असल में कांग्रेस ने पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान ऐलान किया था कि न्याय योजना के तहत सभी गरीबों को 72 हजार रुपये दिए जाएंगे। वो योजना तो उस समय वोट नहीं दिलवा पाई, लेकिन पार्टी का मानना है कि सही प्रचार और रणनीति के तहत इस बार कुछ बड़ा खेल किया जा सकता है।