लोकसभा चुनाव का शोर पंजाब की धरती तक पहुंच चुका है, वहां पर भी जमीन पर जोरदार प्रचार देखने को मिल रहा है। लेकिन उस प्रचार के बीच बीजेपी की रणनीति को लेकर कई लोगों के मन में सवाल उठने लगे हैं। अभी तक बीजेपी की तरफ से पंजाब की 4 लोकसभा सीटों पर किसी भी प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया गया है। ये सारी वो सीटें हैं जहां से हमेशा से ही बीजेपी अपना प्रत्याशी उतारती है। कार्यकर्ता से लेकर लोग इस बात से परेशान है।
किन सीटों पर नहीं उतारे प्रत्याशी?
इस समय बीजेपी की तरफ से पंजाब की आनंदपुर साहिब, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, संगरूर से कोई भी प्रत्याशी नहीं उतारा गया है। कुछ लोगों का जमीन पर कहना है कि बीजेपी का शायद अकाली दल के साथ कोई गुपचुप वाला गठबंधन हो गया है। ये अलग बात है कि बीजेपी ने इस बार पंजाब में कोई अलायंस नहीं किया है और सभी सीटों पर वो खुद लड़ने जा रही है। पंजाब वो राज्य है जहां पर पिछले कई सालों से बीजेपी एक बड़ी ताकत बनकर नहीं उभर पाई है।
बीजेपी वालों ने क्या बोला?
इसी वजह से अब जब 4 सीटों पर अभी तक किसी भी प्रत्याशी का ऐलान नहीं हुआ है, बीजेपी के कार्यकर्ता भी थोड़ा असहज महसूस कर रहे हैं। नाम ना बताने की शर्त पर कई बड़े खुलासे भी कर रहे हैं। एक कार्यकर्ता का कहना है कि बीजेपी का जब अकाली के साथ गठबंधन होता भी था, वो तब भी फिरोजपुर, फजिका, अबोहर में अपना प्रत्याशी उतारती थी। हैरानी की बात है कि पार्टी ने इस बार अभी तक कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। एक दूसरे कार्यकर्ता ने तो यहां तक कहा कि प्रचार के लिए कम से कम 60 दिन चाहिए, यहां तो 28 दिन ही रह गए हैं। ऐसे में कैसे तैयारी की जाएगी।
बीजेपी ने कहां-कहां से उतारे प्रत्याशी?
जानकारी के लिए बता दें कि बीजेपी ने अभी लुधियाना से रवनीत सिंह बिट्टू, अमृतसर से तरंजीत सिंह संधू, जलंधर से सुशील कुमार रिंकू, गुरदासपुर से दिने सिंह बब्बू, खदूर साहिब से मंजीत सिंह माना, बठिंडा से परमपाल कॉल सिद्धू, पटियाला से प्रनीत कॉर, होशियारपुर से अनिता सोम प्रकाश और फरीदकोट से हंसराज हंस को मौका दिया है।