पंजाब में चुनावी नतीजों के पहले ही राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। पंजाब की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता राजिंदर कौर भट्टल ने एक बयान देते हुए कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो आम आदमी पार्टी से कांग्रेस गठबंधन कर सरकार बना सकती है। पंजाब कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर के बयान से खुद को अलग कर लिया है। हालांकि राजिंदर कौर ने कहा कि यह उनका निजी बयान है ,इसे पार्टी का बयान ना समझा जाए। राजिंदर कौर भट्टल संगरूर जिले की लेहरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही है। इसके पहले वह इसी विधानसभा सीट से 5 बार विधायक बन चुकी हैं। 2017 में उन्हें शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के परमिंदर सिंह ढींडसा से हार का सामना करना पड़ा था।
राजिंदर कौर का बयान उनका निजी विचार: वहीं राजिंदर कौर भट्टल के AAP से गठबंधन वाले बयान पर कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा कि गठबंधन को लेकर राजिंदर कौर के अपने विचार हो सकते हैं, लेकिन यह कांग्रेस पार्टी के विचार नहीं है। कांग्रेस को किसी से गठबंधन करने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी। इसके पहले 2013 में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने दिल्ली चुनाव के नतीजों के बाद गठबंधन किया था। हालांकि यह सरकार ज्यादा दिन नहीं चल पाई थी और 49 दिन में गिर गई थी।
पंजाब में 20 फरवरी को ही सभी 117 सीटों पर वोट डाले जा चुके हैं और नतीजे 10 मार्च को आएंगे। पंजाब में आम आदमी पार्टी ने भगवंत मान को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया हुआ है। जबकि कांग्रेस ने वर्तमान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया है।
पंजाब की पहली महिला मुख्यमंत्री: राजिंदर कौर भट्टल पंजाब की पहली महिला मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। अप्रैल 1996 से लेकर फरवरी 1997 तक वह पंजाब की मुख्यमंत्री थीं। उनका कार्यकाल महज 82 दिन का था क्योंकि 1997 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस हार गई थी और फिर उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा था। 1996 में हरचरण सिंह बराड़ के इस्तीफे के बाद भट्टल को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया गया था।
राजिंदर कौर भट्टल 1997 में पंजाब कांग्रेस की अध्यक्ष भी बनाई गई थी और फिर बाद में उन्हें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी भी सौंपी गई। हालांकि जल्द ही उनसे नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी ले ली गई थी और इसके कारण कैप्टन अमरिंदर सिंह से उनका विवाद भी हुआ था। पंजाब में जब कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री बने, उसके बाद भट्टल ने बागी तेवर दिखाए, जिसके बाद उन्हें अमरिंदर सरकार में डिप्टी सीएम भी बनाया गया था।