धर्म परिवर्तन को लेकर आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बड़ा बयान दिया है। शनिवार को जालंधर में पत्रकारों से बात करते समय अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ कानून बनना चाहिए और किसी को बेवजह और गलत तरीके से परेशान नहीं करना चाहिए। बता दें कि हिमाचल प्रदेश ,मध्य प्रदेश ,कर्नाटक, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों ने जबरन धर्मांतरण को रोकने के लिए कानून बनाया हुआ है। असम समेत अन्य कई राज्यों में भी जबरन धर्मांतरण के खिलाफ कानून लाने पर सरकार विचार कर रही है।
अरविंद केजरीवाल ने जालंधर में कहा कि, “धर्म किसी भी व्यक्ति का निजी मामला है। हमारे देश में हर किसी को अपनी पसंद के अनुसार पूजा करने का अधिकार है। जबरन धर्मांतरण के खिलाफ एक कानून निश्चित रूप से बनाया जाना चाहिए, लेकिन इसके माध्यम से किसी को गलत तरीके से परेशान भी नहीं किया जाना चाहिए। डरा कर किया गया धर्मांतरण गलत है।”
पंजाब में कोई नया टैक्स नहीं: इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल ने जालंधर में पंजाब के लिए एक और घोषणा की। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है तो राज्य में अगले 5 साल तक कोई भी नया टैक्स नहीं लगाया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी सत्ता में आती है तो घर-घर डिलीवरी सेवा और मोहल्ला क्लीनिक भी शुरू किए जाएंगे। साथ ही अरविंद केजरीवाल ने पहले यह भी वादा किया हुआ है कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद 18 वर्ष से ऊपर की महिलाओं को हर महीने 1000 रुपए दिए जाएंगे।
बता दें कि पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए 20 फरवरी को मतदान किए जाएंगे और 10 मार्च को नतीजे आएंगे। पंजाब में आम आदमी पार्टी ने अपने सीएम चेहरे की भी घोषणा भगवंत मान के रूप में कर दी है। अगर आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब में बनती है तो आप लोकसभा सांसद भगवंत मान राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे।
एमपी, यूपी, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में कानून लागू: बता दें कि मध्य प्रदेश ,उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में धर्मांतरण के खिलाफ कानून लागू हो चुका है। इन राज्यों में कानून के अनुसार प्रशासन की मंजूरी के बगैर धर्मांतरण विवाह को अपराध माना गया है और इसके लिए सजा के प्रावधान भी किए गए हैं। इन राज्यों में कानून के तहत जबरन धर्मांतरण कराना गैर जमानती अपराध है और बिना वारंट के गिरफ्तारी भी की जा सकती है।
