लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है, एग्जिट पोल के आंकड़े भी सामने आ चुके हैं। इसी कड़ी में ओडिशा के विधानसभा चुनाव में इस बार बड़ा उलटफेर हो सकता है। पहली बार भारतीय जनता पार्टी न सिर्फ लड़ाई में दिख रही है बल्कि वो सरकार भी बन सकती है।
एक्सेस माई इंडिया के एग्जिट पोल में भाजपा गठबंधन को इस बार 147 विधानसभा सीटों में से 62 से 80 सीटें मिलती दिख रही हैं, बीजेडी के खाते में भी इतनी ही सीटें जाती हुई दिख रही हैं, यानी कि दोनों बड़े दलों के बीच में इस राज्य में इस बार टाई हो सकता है।
बड़ी बात यह है कि विधानसभा चुनाव में दोनों भाजपा और बीजेपी का वोट शेयर भी एकदम समान दिखाई दे रहा है। दोनों को 42 फीसदी के करीब वोट शेयर मिल सकता है। समझने वाली बात यह भी है कि एग्जिट पोल बता रहा है कि नवीन पटनायक की पार्टी को तीन प्रतिशत कम वोट इस बार मिलने वाले हैं, वहीं कांग्रेस के भी 4% वोट गिर गए हैं।
जानकारी के लिए बता दे कि ओडिशा में 74 सीटों पर किसी भी पार्टी को बहुमत मिल सकती है। ऐसे में एग्जिट पोल बता रहा है कि दोनों भाजपा और बीजेडी सरकार बनाने की स्थिति में है। किसी भी पार्टी को एक या दो सीटें भी ज्यादा मिलीं तो वो सरकार बना लेगा। एग्जिट पोल के आंकड़े यह भी बता रहे हैं कि इस बार बीजेपी को शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों में अच्छा खासा वोट मिल रहा है। एक तरफ अगर ग्रामीण इलाकों में बीजेपी का वोट शेयर 42% के करीब रह सकता है तो शहरी इलाकों में वो 40 फीसदी की बैठा है।
इस बार के चुनाव में कांग्रेस को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। उसके खाते में सिर्फ 5 से 8 सीटें जाती दिख रही हैं, पिछली बार की तुलना में चार सीटों का बड़ा नुकसान है। एक्सिस का एग्जिट पोल यह भी बताता है कि 13 प्रतिशत लोगों ने ओडिशा में इस बार बदलाव के लिए अपना मतदान किया है, इसी तरह 12% ऐसे लोग हैं जो केंद्र के काम से खासा खुश हैं और उस वजह से उन्होंने भाजपा को वोट दिया है।
वैसे इस बार ओडिशा के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी की आंधी चलती दिख रही है। 21 सीटों में से तमाम एग्जिट पोल कह रहे हैं कि भाजपा 15 से ज्यादा सीटें जीतने वाली है। इस तरह से विधानसभा के साथ-साथ लोकसभा में भी नवीन पटनायक की सियासी जमीन कुछ कमजोर पड़ गई है।