उत्तर प्रदेश में एक और राजनीतिक दल की पारिवारिक लड़ाई चुनाव आयोग पहुंच गई है। अपना दल की अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने दावा किया है कि वही पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं जबकि उनकी बेटी और मिर्जापुर से सांसद और केन्द्र की मोदी सरकार में स्वास्थ्य राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल भी खुद को पार्टी का अध्यक्ष कहती हैं। हालांकि, बीच-बीच में मां-बेटी के बीच सुलह की खबरें भी आती रही हैं लेकिन अब जब विधान सभा चुनाव सिर पर है ऐसे में दोनों गुट पार्टी का चुनाव चिह्न कप प्लेट पर अपना-अपना दावा ठोक रहे हैं। कृष्णा पटेल की दूसरी बेटी उन्हीं के साथ हैं।

इससे पहले कृष्णा पटेल गुट की तरफ से पार्टी पर अधिकार को लेकर एक याचिका इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में दाखिल की गई थी जिसे कोर्ट ने सुनवाई के बाद चुनाव आयोग को भेज दिया है। पार्टी के संस्थापक सदस्य मान सिंह पटेल ने बताया कि हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने अपना दल पर अधिकार को लेकर दाखिल मामले में दोनों पक्षों को सुनने के बाद प्रकरण को निर्वाचन आयोग भेज दिया है।

इसके बाद कृष्णा पटेल गुट ने वकील के जरिए सारे तथ्य चुनाव आयोग में दाखिल किए हैं। उन्होंने बताया कि अपना दल (सोनेलाल) नाम के नए राजनैतिक दल के पंजीयन की प्रमुख अनुप्रिया पटेल अपने कार्यक्रमों में उनके चुनाव चिह्न (कप – प्लेट) का प्रचार कर रही हैं। ऐसी में अनुप्रिया अपना दल की पक्षकार नहीं रह गई। मानसिंह पटेल के मुताबिक चुनाव आयोग से मांग की गई है कि कृष्णा पटेल को अपना दल का राष्ट्रीय अध्यक्ष मानते हुए उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में फार्म ए और बी जारी करने का अधिकार प्रदान किया जाए।

भाजपा के सहयोगी ‘अपना दल’ की सांसद अनुप्रिया पटेल (पीटीआई फाइल फोटो)

गौरतलब है कि अपना दल के दो सांसद हैं जबकि उत्तर प्रदेश विधान सभा में एक विधायक हैं। दो सांसदों में एक खुद अनुप्रिया पटेल हैं जबकि दूसरे सांसद कुंवर हरिवंश सिंह कृष्णा पटेल के साथ हैं। मई 2016 में अपना दल में पारिवारिक विवादों के चलते अनुप्रिया पटेल को पार्टी से बाहर कर दिया था। अनुप्रिया की मां कृष्णा पटेल ने मीटिंग की और अनुप्रिया को पार्टी से निकाले जाने का एलान किया। इसके पहले से ही पार्टी दो धड़ों में बंटी हुई थी।

अनुप्रिया पटेल को केन्‍द्रीय मंत्री बनाए जाने पर उनकी मां कृष्णा पटेल ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से लोकसभा चुनाव जीतने वाली अनुप्रिया को मोदी कैबिनेट के दूसरे विस्तार में राज्यमंत्री बनाया गया है। कृष्णा ने एक टीवी चैनल से कहा था, ‘जो मां की सगी नहीं हुई वह मोदी की क्या होगी?’ कृष्णा पटेल ने यह भी दावा किया कि उन्होंने पिछले साल ही अनुप्रिया को पार्टी से निकाल दिया था।