आम चुनाव को लेकर कांग्रेस ने कमर कस ली है। मंगलवार (पांच फरवरी, 2019) शाम नई दिल्ली में अकबर रोड पर कांग्रेस दफ्तर के बाहर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी व उनकी बहन और महासचिव प्रियंका वाड्रा गांधी के पोस्टर लगाए गए। इन 150 पोस्टर्स में प्रियंका के पति और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा की तस्वीर भी थी। पोस्टर में तीनों को बातचीत करते हुए दिखाया गया था, जबकि ऊपर लिखा था- कट्टर सोच नहीं, युवा जोश।
पोस्टर में एक अन्य नारे में लिखा गया, ‘जन-जन की है यही पुकार, राहुल जी-प्रियंका जी अबकी बार’। हालांकि, ये पोस्टर किसने लगवाए? ये फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया। मगर इन पर चंद घंटों बाद विवाद पनप गया, जिसके बाद बुधवार (छह फरवरी) सुबह नई दिल्ली म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन (एनडीएमसी) ने इन्हें उखाड़ फेंका। दरअसल, रॉबर्ट वाड्रा जमीन घोटाला मामले में अंतरिम जमानत पर है। ऐसे में राहुल-प्रियंका के साथ वाड्रा की एंट्री वाले पोस्टर विपक्षी दलों ने कड़ी नाराजगी जताई थी।
हालिया कार्रवाई के बाद एनडीएमसी के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि पोस्टर गलत जगह पर लगाए थे, जिन्हें हटा दिया गया है। वहीं, पोस्टर हटाए जाने को लेकर पार्टी नेता जगदीश शर्मा ने पीएम मोदी पर निशाना साधा। कहा, “मोदी सरकार गंदी राजनीति कर रही है। ये पोस्टर बीती रात लगाए गए थे, जबकि आज इन्हें हटा दिया गया।”
बता दें कि चुनाव के मद्देनजर प्रियंका को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश का महासचिव बनाया गया है। सोमवार को वह विदेश से दिल्ली लौटीं, जिसके बाद राहुल समेत पार्टी नेताओं से चुनावी तैयारियों और रणनीतियों को लेकर मुलाकात की।
न्यूज एजेंसी एएनआई से एक कांग्रेसी नेता ने सोमवार को कहा था, “बैठक के दौरान दिल्ली कांग्रेस के कई अहम नेताओं से फोन पर बातचीत की गई, जिसमें उनसे विकास कार्यों और अन्य चीजों के बारे में पूछा गया था।” इसी बीच, पार्टी दफ्तर में प्रियंका को एक कमरा दिया गया है, जो कि राहुल के केबिन के बगल में है। उनके कमरे के बाहर नेमप्लेट भी लगाई गई है, जिसमें प्रियंका और महासचिव लिखा गया है।