मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों को देखते हुए पुलिस अपराधियों और वारंटियों पर सख्ती दिखाते हुए उनकी धरपकड़ के लिए गाँव-गाँव दबिश दे रही है। इसी क्रम में जब गुरूवार दोपहर को गोहदा थाना क्षेत्र के मिरधन का पुरा गाँव में पुलिस टीम एक वारंटी को पकड़ने गयी तो गाँव वालों ने पुलिस के साथ लाठी-डंडों से मारपीट की और फिर उन पर पथराव भी किया। इस मारपीट के दौरान सिपाहियों से उनकी इंसास रायफल और पिस्टल छीनने की कोशिश की गयी। इस हमले में सिपाही मनीष पचौरी, आशीष और गोविन्द कुमार घायल हुए है। मामले में 10 नामजद लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

पुलिस टीम पर हुए हमले की घटना को लेकर मालन पुर थाने के टीआई संजीव नयन शर्मा ने कहा कि, पुलिस टीम मिरधन का पुरा गाँव में छिपे स्थायी वारंटी भूरा मिर्धा को पकड़ने गयी थी। लेकिन उसके पकड़ में ना आने की दशा में वारंटी के चाचा को पुलिस पकड़ कर ले जाने लगी। तभी गाँव वालों ने पुलिस को घेर लिया और लाठी-डंडो, फरसों से हमला बोल दिया। हमलावरों में पुरुषों के साथ महिलायें और बच्चे भी शामिल थे। उन्होंने पुलिस टीम के हथियार छुड़ाने की कोशिश भी की लेकिन वो इसमें सफल नहीं सके हालाँकि हमलावरों  ने उनके मोबाइल और पर्स छीन लिए। मारपीट की इस घटना में सिपाही गोविन्द, मनीष और आशीष को काफी चोटें आयी है।

मारपीट की इस घटना में पुलिस की इंसास रायफल की मैगजीन भी टूट गयी। बताया जा रहा है कि गाँव वालों के हावी होते ही पुलिस टीम ने बचाव में रायफल तान दी लेकिन फायर के समय राउंड मिस हो गया उसके बाद गाँव वाले रायफल तानने वाले जवान पर टूट पड़े और सिपाहियों की जमकर पिटाई की। फिलहाल पुलिस ने 10 नामजद लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इसके पहले भी 2015 में इसी गाँव में एसआई मनीष जादौन से इंसास रायफल छीन ली गयी थी तब उच्चाधिकारियों के दखल के बाद ही रायफल वापस मिल पायी थी।