लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों को बदलकर कई नेताओं की नाराजगी मोल ली है। इस क्रम में मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन भी शामिल हैं। एसटी हसन अपनी पार्टी से नाराज चल रहे हैं लेकिन वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का सम्मान करने की बात कहते हैं। मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी ने एसटी हसन का टिकट काटकर रुचि वीरा उम्मीदवार बनाया है। तो वहीं एसटी हसन ने रुचि वीरा के लिए प्रचार करने से साफ इनकार कर दिया है।
मैं अखिलेश की बहुत इज्जत करता हूं- एसटी हसन
मुरादाबाद में अखिलेश यादव की रैली है। रैली में जाने को लेकर एसटी हसन ने कहा कि अगर अखिलेश यादव जी मुझे बुलाते हैं या फिर मेरे घर आते हैं तो मेरी तहजीब है कि मैं उनके साथ जाऊं। वह मेरे नेता हैं और मैं उनकी बहुत इज्जत और प्यार करता हूं।
वहीं एसटी हसन ने कहा कि रुचि वीरा ने उनसे प्रचार करने के लिए नहीं कहा है। उन्होंने कहा, “मैं अखिलेश यादव के सम्मान में जा सकता हूं लेकिन प्रचार करने के लिए नहीं।” एसटी हसन ने एक बार फिर से दोहराया कि उनका टिकट कटने के कारण जनता दुखी है और अगर मैं प्रचार में शामिल हूंगा तो जनता मेरे खिलाफ हो जाएगी।
समाचार चैनल आज तक से बात करते हुए एसटी हसन ने कहा कि प्रचार के लिए ना ही रुचि वीरा आईं और न उनका कोई कॉल आया है लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है और चुनाव में कितने दिन ही रह गए हैं। एसटी हसन ने कहा कि सर झुका कर जमीन पर चुनाव लड़ा जाता है, घमंड या इगो से चुनाव नहीं लड़ा जाता और जनता सब देख रही है। एसटी हसन ने कहा कि जनता सबकुछ देखती है और फिर ऑब्जर्व करने के बाद कोई फैसला लेती है।
ऐनवक्त पर पार्टी ने बदला था उम्मीदवार
समाजवादी पार्टी ने मुरादाबाद से पहले एसटी हसन को ही उम्मीदवार घोषित किया था लेकिन ऐनवक्त पर पार्टी ने प्रत्याशी बदल दिया और रुचि वीरा को मैदान में उतार दिया। बताया जाता है कि रुचि वीरा को प्रत्याशी बनाने के पीछे आजम खान का हाथ था। एसटी हसन ने कहा था कि 2019 में मुझे आजम खान ने प्रत्याशी बनाया था और अब उन्होंने ही मेरा टिकट कटवा दिया है। मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है।