लोकसभा चुनाव के इर्द-गिर्द घूम रहे मुद्दों में राम मंदिर निर्माण पर खासी चर्चा है। बीजेपी अपने चुनावी अभियान में हर जगह इस मुद्दे को भुनाने का प्रयास कर रही है। लेकिन कभी नाटकों में राम का किरदार निभा चुके अरुण गोविल मेरठ लोकसभा में लड़ाई सिर्फ राम नाम पर नहीं देख रहे हैं। बल्कि वह पीएम मोदी और सीएम योगी को भी अपनी गिनती में शुमार करते हैं।
1980 के दशक की हिट रामायण टीवी सीरीज में राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल के साथ अब चुनावी मैदान में सीता (दीपिका चिखलिया) और लक्ष्मण (सुनील लाहिड़ी) भी दिखाई देने लगे हैं। वह इस सीरीज में अरुण गोविल के सहयोगी कलाकार थे।
अरुण गोविल को क्यों पड़ी पीएम मोदी और सीएम योगी की जरूरत?
मेरठ की गलियों में प्रचार करते अरुण गोविल की खुली जीप पर लिखा है, ‘इस पर सवार, मोदी का परिवार’, हर तरफ जय श्री राम के नारों की गूंज है। नारा लगाया जा रहा है कि ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’
अरुण गोविल ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि ‘प्रधान मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के ने मेरठ लोकसभा से मैदान में उतार कर मुझपर भरोसा पश्चिमी उत्तर प्रदेश को ध्यान में रखते हुए जताया है और यह रणनीति कुछ ही नेताओं को पता है। अब मैं अपनी जन्मभूमि, कर्मभूमि सब मेरठ को मानता हूं।’
पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ दोनों ने मेरठ में प्रचार किया है। देखा जाए तो खास बात यह भी है कि पीएम मोदी ने आधिकारिक तौर पर 31 मार्च को मेरठ से अपने चुनाव अभियान की शुरुआत की थी। जहां उन्होंने लोगों से पश्चिम यूपी में एनडीए के अन्य उम्मीदवारों के अलावा अरुण गोविल के लिए वोट करने की अपील की थी।
18 अप्रैल को मेरठ के किठौर शहर में एक बैठक को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा था कि जब अरुण गोविल ने राम की भूमिका निभाई, तो उन्होंने पहले ही कल्पना कर ली थी कि वह उस ही साल अपने लिए वोट मांगेंगे जब राम मंदिर का निर्माण होगा। अरुण गोविल ने कहा कि वह आश्वस्त हैं कि मेरठ सीट पर उनकी जीत होगी और पीएम मोदी तीसरी बार पीएम बनेंगे।