Manglore (Uttarakhand) Assembly Election/Chunav Result 2022 Today Live News Updates: Uttarakhand में 70 विधानसभा सीटों पर हुए चुनावों के परिणाम 10 मार्च 2022 को आएंगे।
Manglore Assembly Constituency से 2017 में INC उम्मीदवार Qazi Mohd Nizamuddin ने जीत दर्ज की थीं। 2017 के Uttarakhand विधानसभा चुनाव के नतीजे जब आए थे, तो सभी चौंक गए थे। कई सियासी एक्सपर्ट्स हैरान रह गए थे।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में मतदान 14 फरवरी, 2022 को हुआ था। इस बार 62.5 फीसदी वोटिंग हुई। कुल 632 कैंडिडेट्स ने चुनाव लड़ा। सूबे में चुनाव लड़ने वाले प्रमुख दलों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और अन्य हैं।
2022 के विधानसभा चुनाव में Manglore से BSP उम्मीदवार Sarwat Kareem Ansari ने जीत दर्ज की थी Manglore Election Result 2022
Year Winning Candidate Party 2022 Sarwat Kareem Ansari BSP
Manglore Assembly Elections 2022 Candidates List
Manglore Assembly Constituency से 2017 में INC उम्मीदवार Qazi Mohd Nizamuddin ने जीत दर्ज की थी। 2017 के Uttarakhand विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार बनी थी। यह राज्य का चौथा चुनाव था। इसके तहत 15 फरवरी, 2017 को एक ही चरण में मतदान हुआ था। कर्णप्रयाग सीट पर बसपा उम्मीदवार की सड़क हादसे में मौत के कारण चुनाव टल गया था।
2017 के विधानसभा चुनाव में Manglore से INC उम्मीदवार Qazi Mohd Nizamuddin ने जीत दर्ज की थी Manglore Election Result 2017
Year Winning Candidate Party 2017 Qazi Mohd Nizamuddin INC
Manglore Assembly Elections 2017 Candidates List
2017 के विधानसभा चुनाव में Manglore से INC उम्मीदवार Qazi Mohd Nizamuddin ने जीत दर्ज की थी
उत्तराखंड में पिछला चुनाव 15 फरवरी को एक चरण में हुआ था। इसमें 69 सीटों पर वोट डाले गए थे, जबकि बसपा प्रत्याशी कुलदीप कनवासी की सड़क दुर्घटना में मौत की वजह से 9 मार्च तक के लिए कर्णप्रयाग में वोटिंग टाल दी गई थी। इस चुनाव में 65.64 फीसदी वोटिंग हुई थी।
इस चुनाव में कुल 75,92,996 वोटर्स ने हिस्सा लिया था, जिसमें 39,23,492 पुरुष और 35,72,029 महिला वोटर्स थीं। 151 थर्ड जेंडर्स ने भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। वहीं, नतीजे 11 मार्च को आए थे।
परिणाम की बात करें तो बीजेपी को 57 सीटें और 46.5 फीसदी वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस को 11 सीटें और 33.5 प्रतिशत मत हासिल हुए थे। बसपा सीट के मामले में खाता भी नहीं खोल पाई थी और उसे सिर्फ सात फीसदी वोट हासिल हुए थे। निर्दलीय के हिस्से दो सीटें और 10 फीसदी वोट गए थे। बीजेपी की ओर से त्रिवेंद्र सिंह रावत सीएम बने थे, जबकि इससे पहले तक कांग्रेसी हरीश रावत मुख्यमंत्री थे। भाजपा ने पांच साल के शासन में कई मुख्यमंत्री बदले और चुनाव से ऐन पहले पुष्कर धामी को राज्य की कमान सौंपी थी।
साल 2012 का उत्तराखंड विधानसभा चुनाव थोड़ा अलग था। उस चुनाव में किसी भी दल को बहुमत नहीं हासिल हुआ था। पर कांग्रेस ने पीडीएफ की मदद से सरकार बनाई थी। कांग्रेस 32 सीटें हासिल करने के साथ चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। इस इलेक्शन में 66.85 फीसदी वोट डले थे। मतदान 30 जनवरी, 2012 को हुआ था।
कांग्रेस ने तब प्रोग्रेसिव डेमोक्रेटिक फ्रंट गठबंधन (बसपा, यूकेडी (पी) और निर्दलीय) के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। वहीं, बीजेपी 31 सीटों के साथ विपक्षी की भूमिका में रही थी। इस चुनाव में कांग्रेस का वोट शेयर 33.79 फीसदी, बसा का 12.19 प्रतिशत, यूकेडी (पी) का 1.93 फीसदी, निर्दलीय का 12.34 प्रतिशत और भाजपा का 33.13 फीसदी था।
2012 के चुनावी मैदान में कुल 777 कैंडिडेट थे। इनमें 14 फीसदी दागी थे। इनमें चार प्रतिशत पर गंभीर आपराधिक केस थे। इस चुनाव में 18 फीसदी करोड़पति उम्मीदवार थे। 48 प्रतिशत ग्रैजुएट या उससे ऊपर की डिग्री वाले थे। पार्टियों ने कुल आठ फीसदी महिलाओं को टिकट दिए थे।
Manglore विधानसभा सीट Uttarakhand की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है, जहां 2017 में INC के Qazi Mohd Nizamuddin ने जीत दर्ज की थी। इस बार Manglore विधानसभा सीट के परिणाम, प्रत्याशियों की सूची, विजेता, उपविजेता के वोट शेयर सहित सब कुछ विस्तार से जान सकेंगे।Uttarakhand के विस्तृत चुनाव कवरेज के लिए बने रहें Jansatta.com/elections पर