Maharashtra, Haryana Election Results 2019, Maharashtra, Haryana Vidhan Sabha Chunav/Election Result 2019: पीएम मोदी ने महाराष्ट्र और हरियाणा की जनता को दिवाली गिफ्ट के लिए धन्यवाद दिया। पीएम मोदी ने कहा कि फडणवीस सरकार और खट्टर सरकार ने 5 साल लोगों के कल्याण के लिए काम किया और इसी वजह से जनता ने उनमें विश्वास दिखाया है। वहीं अमित शाह ने कहा कि हरियाणा में भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़ा है।
यहां देखें नतीजे – हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम 2019 | महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम 2019
महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस भले ही बहुमत हासिल नहीं कर सकी है, लेकिन ये नतीजे कांग्रेस का उत्साह बढ़ाने वाले माने जा गए। हालांकि, अगले दिन हरियाणा में जेजेपी ने बीजेपी को समर्थन देने पर हामी भरी और दोनों के बीच गठबंधन पर डील तय हुई है।
Haryana Election Results 2019 Constituency Wise: Full List of Winners
Highlights
हरियाणा के चुनाव नतीजे आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा की जनता को समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और आगे भी जनता के लिए पूरे समर्पण से काम करने की बात कही। इसके साथ ही पीएम ने पार्टी कार्यकर्ताओं का भी हौंसला बढ़ाया।
महाराष्ट्र की पराली सीट से अपने चचेरे भाई धनंजय मुंडे से मिली हार के बाद भाजपा नेता पंकजा मुंडे फूट-फूटकर रोई। मीडिया से बात करते हुए पंकजा मुंडे ने कहा कि वह लोगों के जनादेश का सम्मान करती हैं और आगे भी उनके लिए काम करना जारी रखेंगी। पंकजा ने अपने समर्थकों से अपनी हार का विश्लेषण करने की बात कही।
शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने चुनाव नतीजे आने के बाद अपने एक बयान में कहा है कि 50-50 का फार्मूला तय हुआ था। बातचीत के बाद तय होगा कि कौन अगला मुख्यमंत्री होगा। बता दें कि शिवसेना की तरफ से आदित्य ठाकरे को सीएम पद के लिए प्रोजेक्ट किया जा रहा है। वहीं भाजपा की तरफ से मौजूदा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को ही अगले सीएम के तौर पर पेश किया जा रहा है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणडवीस ने कहा है कि जनता ने हमें स्पष्ट बहुमत दिया है। महाराष्ट्र की जनता का आभार प्रकट करता हूं। पीएम मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में हमें यह जीत हासिल हुई है।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र विधानसभा में पार्टी के प्रदर्शन पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा है कि फॉर्मूला तय होने के बाद ही दावा पेश करेंगे। मैं किसी भी दबाव में झुका नहीं। जनादेश सबकी आखें खोलने वाला है। कौन सीएम होगा यह अहम होगा। कांग्रेस-एनसीपी से गठबंधन नहीं करेंगे। जनता का आशीर्वाद दोबारा मिला। 50-50 फॉर्मुले पर पर शिवसेन नहीं झुकेगी।
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने मुंबई में वरली विधानसभा सीट से जीत दर्ज की। 29 वर्षीय आदित्य ने राकांपा के अपनी करीबी प्रतिद्वंद्वी सुरेश माने को 70,000 से अधिक मतों के भारी अंतर से हराया।
सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग उर्फ पीएस गोले ने पोकलोक कामरंग विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में 8,953 मतों से जीत हासिल की है। वहीं, सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) की सहयोगी भाजपा ने राज्य में पहली बार अपना खाता खोलते हुए दो सीटों पर जीत दर्ज की। इस साल हुए विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग ने दो सीटों पर जीत दर्ज की थी जिसके बाद उन्होंने पोकलोक सीट छोड़ दी थी। इस वजह से इस सीट पर उपचुनाव कराने की जरूरत पड़ी।
हरियाणा सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता अनिल विज ने अंबाला कैंट से जीत हासिल की है। चुनाव आयोग के मुताबिक उन्होंने 20,165 वोटों के अंतर से जीत हासिल की है।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने जिस तरह से सराता लोकसभा सीट पर बादलों की गरज और बरस के साथ भीगते हुए प्रचार किया था उसका प्रभाव जमीन पर भी दिखाई दे रहा है। रुझानों में एनसीपी उम्मीदवार श्रीनिवास पाटिल को जनता ने स्वीकार किया है। चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक श्रीनिवास पाटिल बीजेपी उम्मीदवार से पचास हजार से ज्यादा वोटों से आगे चल रहे हैं। बता दें कि 19 अक्टूबर को प्रचार के दौरान पवार बारिश में भीगते हुए भाषण देते हुए जस के तस डटे रहे थे। इसका वीडियो जमकर वायरल हुआ था।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के रुझानों में भाजपा-शिवसेना गठबंधन ने बढ़त बरकरार रखी है। न्यूज चैनल आजतक के दोपहर तीन बजे के अपडेट के मुताबिक गठबंधन 161 से सीटों पर आगे चल रहा है जबकि कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन 102 सीटों पर आगे है। हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के भी दो उम्मीदवार आगे हैं। रुझान परिणाम में तब्दील होते हैं तो चुनाव में भाजपा को करीब 19 सीटों का नुकसान होगा, चूंकि साल 2014 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 122 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि अभी रुझानों में वह 103 आगे हैं। शिवसेना की बात करें तो पार्टी अपना पिछला प्रदर्शन ही दोहराते हुए नजर आ रही है।
हरियाणा में कांग्रेस के दिग्गज नेता रणदीप सुरजेवाला चुनाव हार गए हैं जबकि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा चुनाव जीत गए हैं। चुनाव भाजपा के कई नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा के वर्तमान कैबिनेट मिनिस्टर कैप्टन अभिमन्यु चुनाव हार गए हैं।
हरियाणा के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बड़ा बयान दिया है। न्यूज चैनल आजतक ने हुड्डा के हवाले से बताया कि प्रशासन निर्दलीय विधायकों धमका रहा है। इसी बीच उन्होंने कहा कि वो सरकार बनाने की स्थिति में निर्दलीय विधायकों का पूरा सम्मान करेंगे।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि वो नतीजों के चलते पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मिलने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नतीजे इतने बुरी भी नहीं है और ऐसा होता है कभी-कभी। उन्होंने दावा किया कि पार्टी महाराष्ट्र में भाजपा संग अपना गठबंधन जारी रखेगी। हम 50-50 की सरकार पर सहमत हुए हैं।
हरियाणा में बरौदा से भाजपा उम्मीदवार योगेश्वर दत्त 3,590 वोटों से पीछे चल रहे हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई ने चुनाव आयोग के हवाले से यह जानकारी दी है
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हरियाणा विधानसभा के शुरुआती रुझानों में कांग्रेस की अच्छी स्थिति को देखते हुए कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को फोन किया है। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने पूर्व सीएम से जेजेपी चीफ से बात करने को कहा है। इसी बीच न्यूज चैनल आजतक ने खबर दी है कि हरियाणा में भाजपा के पांच कैबिनेट मिनिस्टर पीछे चल रहे हैं।
न्यूज चैनल एबीपी के आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा में भाजपा 39 सीटों पर आगे है जबकि कांग्रेस ने 31 सीटों पर बढ़त बनाई है। जेजेपी के 11 उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। इसी तरह 9 निर्दलयीय उम्मीदवार भी आगे चल रहे हैं। महाराष्ट्र चुनाव की बात करें तो यहां भाजपा को नुकसान होता दिख रहा है। पार्टी 93 सीटों पर आगे चल रही है जबकि साल 2014 के चुनाव में बीजेपी ने 122 सीटें जीती थीं। प्रदेेश में शिवसेना के 60 उम्मीदवार आगे हैं और एनसीपी ने 52 सीटों पर बढ़त बनाई है। कांग्रेस भी 41 सीटों पर शुरुआती रुझानों में आगे है।
चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक हरियाणा में भाजपा 40 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है जबकि कांग्रेस ने 27 सीटों पर बढ़त बना रखी है। जननायक जनता पार्टी के भी 11 उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। 7 निर्दलीय उम्मीदवार भी आगे हैं। इसी तरह महाराष्ट्र के रुझान की बात करें तो 98 सीटों पर भाजपा आगे है जबकि 53 सीटों पर एनसीपी आगे है और 40 सीटों पर कांग्रेस ने बढ़त बनाई है। 11 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार भी आगे हैं। इसी बीच AIMIM के भी तीन उम्मीदवार रुझानों में आगे चल रहे हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुकाबला भाजपा की अगुवाई वाले महागठबंधन यानी ‘महायुति’ और कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन या ‘महा अघाड़ी’ (मोर्चा) के बीच है। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 235 महिलाओं समेत 3,237 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
न्यूज चैनल एबीपी के शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा में भाजपा को इस बार स्पष्ट बहुमत मिलने की उम्मीद नहीं हैं और कांग्रेस कड़ी टक्कर देती हुई नजर आ रही है। चैनल के मुताबिक भाजपा 41 सीटों पर आगे है जबकि कांग्रेस ने 35 सीटों पर बढ़त बना ली है। जननायक जनता पार्टी ने 7 सीटों पर बढ़त बनाई है जबकि 9 सीटों पर निदर्लीय उम्मीदवार आगे हैं। न्यूज चैनल आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक निर्दलीयों में पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों की तादाद खासी अच्छे हैं। सूत्रों के मुताबिक हुड्डा कई नेताओं को कांग्रेस टिकट दिलाना चाहते हैं मगर टिकट ना मिलने की सूरत में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा।
प्रदेश में बीजेपी 37 सीटों पर आगे चल रही है जबकि कांग्रेस 32 सीटों पर आगे हैं। जेजेपी के भी 10 उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। इसी तरह निर्दलीय उम्मीदवार 11 सीटों पर आगे चल रहे हैं। न्यूज चैनल आजतक ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि निर्दलियों में जो उम्मीदवार आगे हैं उनमें से अधिक कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के संपर्क में हैं। इसी तरह त्रिशंकु परिणाम की आशंका के चलते भाजपा ने जेजेपी से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। हालांकि सूत्रों के हवाले से खबर है जेजेपी प्रमुख दुष्यंत चौटाला कांग्रेस को समर्थन के बदले सीएम पद की मांग की है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा में कांग्रेस के प्रभावशाली नेता हैं। हुड्डा मार्च 2005 से अक्टूबर 2014 तक नौ साल हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने साल 2005 के बाद अक्टूबर 2009 में कांग्रेस ने दोबारा जीत हासिल की थी। तब हुड्डा की दूसरी पारी की शुरुआत हुई थी। हरियाणा के इतिहास में साल 1972 के बाद ऐसा पहली बार हुआ था जब 2014 के हरियाणा के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पराजित हो गई और भूपेंद्र सिंह हुड्डा को 19 अक्टूबर 2014 को इस्तीफा देना पड़ा।
चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक महाराष्ट्र में भाजपा ने 21 सीटों पर बढ़त बना ली है जबकि एनसीपी 15 सीटों पर आगे चल रही है। इसी तरह शिवसेना 13 सीटों पर आगे हैं और कांग्रेस उम्मीदवार पांच सीटों पर आगे चल रहे हैं। चार सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार भी आगे चल रहे हैं। हरियाणा रुझान की बात करें तो प्रदेश में भाजपा 8 सीटों पर आगे है और कांग्रेस ने महज दो सीटों पर बढ़त बनाई है। जननायक जनता पार्टी के 2 दो उम्मीदवारों ने चुनाव में बढ़त बनाई है।
न्यूज चैनल रिपब्लिक के मुताबिक महाराष्ट्र में भाजपा गठनबंधन 192 सीटों पर आगे चल रहा है जबकि कांग्रेस गठबंधन 86 सीटों पर आगे चल रहा है। प्रदेश में कुल 288 सीटों हैं और 286 सीटों के आंकड़ें आ चुके हैं। इसी तरह 90 सीटों पर हरियाणा में भाजपा 40 सीटों पर आगे है जबकि कांग्रेस 36 सीटों पर बढ़त बनी है। जेजेपी की छह उम्मीदवार भी आगे चल रहे हैं। हरियाणा में कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर नजर आ रही है।
हरियाणा विधानसभा के शुरुआती रुझान आने पर चल रही कांटे की टक्कर पर कांग्रेस गदगद हैं। पार्टी दफ्तर में जश्न का माहौल है और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दावा किया है कि इस बार उनकी ही सरकार बनेगी। आजतक की खबर के मुताबिक अभी 90 सीटों वाले हरियाणा में कांग्रेस 33 सीटों पर आगे है जबकि भाजपा ने 36 सीटों पर बढ़त बनाई है।
चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक महाराष्ट्र और हरियाणा में भाजपा क्रमश: 21 और 2 सीटों पर आगे चल रही है। एनसीपी ने 15 सीटों पर बढ़त बनाई है जबकि 13 सीटों पर शिवसेना आगे है। पांच सीटों पर कांग्रेस आगे चल रही है। चार सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार भी आगे चल रहे हैं। अगर बात करें हरियाणा रुझान की तो प्रदेश भाजपा 8 सीटों पर आगे है जबकि कांग्रेस 2 सीटों पर बढ़त बनाई है। जननायक जनता पार्टी के भी दो उम्मीदवार रुझान में आगे चल रहे हैं।
हिंदू न्यूज चैनल आजतक के मुताबिक महाराष्ट्र में भाजपा ने 110 सीटों पर बढ़त बना ली है जबकि सहयोगी दल शिवसेना 55 सीटों पर आगे चल रहा है। प्रदेश में कांग्रेस 30 सीटों पर आगे है जबकि एनसीपी ने भी 25 सीटों पर बढ़त बना ली है। 288 सीटों पर वाले महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए 145 सीटों की जररुत होगी। हरियाणा के शुरुआती रुझान की बात करें तो यहां 40 सीटों पर भाजपा ने बढ़त बनाई है जबकि 30 सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार आगे हैं। जेजेपी ने भी तीन सीटों पर बढ़त बनाई है। अन्य सीटों पर दो उम्मीदवार आगे हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुकाबला भाजपा की अगुवाई वाले महागठबंधन यानी ‘महायुति’ और कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन या ‘महा अघाड़ी’ (मोर्चा) के बीच है। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 235 महिलाओं समेत 3,237 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
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दोनों राज्यों में मतगणना से पहले पोस्टल बैलेट की गिनती की जा रही है। अनुमान हैं कि दोनों राज्यों में चुनाव का पहला रुझान भी थोड़ी देर में आ जाएगा। चुनावी पंडितों का आकलन है कि महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन आराम से सरकार बना लेगा जबकि हरियाणा में भाजपा को मुश्किल हो सकती है।
इंडिया टुडे-एक्सिस के एग्जिट पोल में 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा-शिवसेना को 166-194 सीटें और कांग्रेस-राकांपा गठबंधन को 72-90 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। न्यूज18-इप्सॉस के एग्जिट पोल में भाजपा को 142 सीटें और उसकी सहयोगी शिवसेना 102 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। इस सर्वे के अनुसार कांग्रेस और राकांपा को केवल 17 और 22 सीटें ही मिल पाएंगी। एबीपी-सीवोटर ने भाजपा-शिवसेना को 204 सीटें और कांग्रेस-राकांपा को 69 सीटें मिलने का अनुमान जताया है।
इस चुनाव में जो प्रमुख उम्मीदवार हैं, उनमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (करनाल), पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस विधायक दल के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा (गढ़ी सांपला-किलोई), रणदीप सिंह सुरजेवाला (कैथल), किरण चौधरी (तोशाम) और कुलदीप बिश्नोई (आदमपुर) तथा हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष कंवर पाल गुर्जर (जगाधरी) शामिल हैं। इसके अलावा जजपा के दुष्यंत चौटाला (उचाना कलां), इनेलो के अभय सिंह चौटाला (ऐलनाबाद), प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला (टोहाना), एक मात्र महिला मंत्री कविता जैन (सोनीपत), मंत्री रामबिलास शर्मा (महेंद्रगढ़), अनिल विज (अंबाला छावनी), ओ पी धनखड़ (बादली) और कैप्टन अभिमन्यु (नारनौंद) भी मैदान में हैं। भाजपा ने चुनाव में तीन खिलाड़ियों बबीता फोगाट (दादरी), योगेश्वर दत्त (सोनीपत के बड़ौदा) और संदीप सिंह (पिहोवा) को भी टिकट दिया है।
हरियाणा में कांग्रेस सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है, हाल ही में पार्टी ने अपना प्रदेश अध्यक्ष भी बदल लिया है। दूसरी प्रदेश की मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का दावा है कि राज्य में भाजपा की ही सरकार बनेगी और पार्टी ने 75 सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है। जानना चाहिए कि प्रदेश में विभिन्न राजनीतिक दलों के 1,169 उम्मीदवार हैं चुनाव लड़ रहे हैं। वर्तमान में राज्य विधानसभा में भाजपा के 48 सदस्य हैं। इनेलो से टूटकर बनी दुष्यंत चौटाला की अगुवाई वाली जननायक जनता पार्टी (जजपा) भी लोकसभा में हार के बाद अपनी संभावनाओं में सुधार की उम्मीद कर रही है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुकाबला भाजपा गठबंधन और कांग्रेस गठबंधन के बीच है। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 235 महिलाओं समेत 3,237 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
हरियाणा में सत्ताधारी भाजपा का मुकाबला विपक्षी कांग्रेस और नयी पार्टी ‘जजपा’ के साथ है। राज्य में विधानसभा की 90 सीटें हैं। हरियाणा में 1.83 करोड़ से अधिक मतदाता हैं जिसमें 85 लाख महिलाएं और 252 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं।