मध्यप्रदेश में एक दशक से ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान ने पत्रकारों से बातचीत में साफ कर दिया कि फिलहाल वो अभी केंद्र की राजनीति में नहीं जायेंगे। शिवराज ने प्रदेश के विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिली हार की जिम्मेदारी ली। उन्होंने कहा कि मैं मध्यप्रदेश में रहूंगा और मध्यप्रदेश में ही मरुंगा। गौरतलब है कि प्रदेश में बीजेपी के चुनाव हारने के बाद यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि शिवराज केंद्र की राजनीति में जा सकते हैं।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘मैं केंद्र में नहीं जाऊंगा। मैं मध्य प्रदेश में जिऊंगा और मध्य प्रदेश में ही मरूंगा।’ बता दें कि शिवराज ने बुधवार को इस्तीफा देने के बाद कहा था कि वह अब मुक्त हो गए हैं और अब वह चौकीदारी का काम करेंगे। इससे कयास लगाए जाये रहे थे कि वो अब केंद्र का रूख कर सकते है। लेकिन शिवराज ने आज बयान के जरिये अटकलों विराम लगा दिया है। वह फिलहाल मध्य प्रदेश में ही केंद्रित रहना चाहते हैं।
Outgoing Madhya Pradesh Chief Minister Shivraj Singh Chouhan: I will not go to centre, I’ll live in Madhya Pradesh and die in Madhya Pradesh. pic.twitter.com/3J1I3Cuyao
— ANI (@ANI) December 13, 2018
शिवराज ने प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष कमलनाथ को जीत की बधाई देते हुए कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि कांग्रेस अपने वादे पूरे करेगी। लोकसभा चुनाव लड़ने के बारे में जब उनसे पूंछा गया तो शिवराज ने कहा कि वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे और प्रदेश में रहकर ही जनता की सेवा करेंगे।
शिवराज सिंह ने इसी महीने आभार यात्रा निकालने की बात की है। ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने बीजेपी के लगातार 15 साल के शासन का अंत किया है। कांग्रेस को 114 और भाजपा को 109 सीटें मिलीं। कांग्रेस बहुमत से दो कदम दूर रह गई लेकिन बसपा और निर्दलीयों के समर्थन से अब वह सरकार बनाने जा रही है।