भाजपा ने शनिवार को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए 92 उम्मीदवारों की अपनी पांचवीं लिस्ट जारी कर दी है। जिसमें तीन राज्य मंत्रियों सहित 29 विधायकों का टिकट काट दिया गया है। अब लिस्ट जारी होने के बाद जबलपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने भारी विरोध जताया है। भाजपा नेता शरद जैन के समर्थकों ने जबलपुर उत्तर सीट से जैन के बजाय अभिलाष पांडे को मैदान में उतारने के पार्टी के फैसले का विरोध करते हुए भाजपा के मध्य प्रदेश चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव को घेर लिया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश पार्टी अध्यक्ष वीडी शर्मा के खिलाफ नारे लगाए और एक सुरक्षा गार्ड के साथ मारपीट भी की है।
केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने भीड़ को शांत करने की कोशिश की और बाद में पत्रकारों से बात की जबकि पार्टी कार्यकर्ता नारेबाजी करते रहे। भूपेन्द्र यादव ने भारी विरोध के बीच कहा, “हम यहां आए हैं और हम उनसे बात करेंगे। ये सभी पार्टी के कार्यकर्ता हैं।” भाजपा प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने यादव के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया। नारेबाजी राजनीतिक प्रक्रिया का हिस्सा है। जमीनी स्तर के कार्यकर्ता एक परिवार के रूप में आएंगे और भाजपा को सत्ता में वापस लाएंगे। भाजपा ने 29 विधायकों के टिकट काट कर नए कार्यकर्ताओं को सामने लाने का संदेश दिया है लेकिन इसका फर्क जमीनी स्तर पर क्या होगा, यह समझना जरूरी है।
क्या भाजपा को भारी पड़ सकता है विरोध?
मध्यप्रदेश में 92 उम्मीदवारों की पांचवीं सूची जारी होने के तुरंत बाद भाजपा कार्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं की भूपेन्द्र यादव और राज्यसभा सदस्य कविता पाटीदार सहित वरिष्ठ नेताओं के साथ तीखी नोकझोंक हुई। सत्तारूढ़ दल ने अब तक गुना और विदिशा सीटों को छोड़कर आगामी चुनावों के लिए 230 में से 228 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। सूत्रों के अनुसार जबलपुर उत्तर से अभिलाष पांडे के लिए चुनावी टिकट घोषित होने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। ज़्यादातर कार्यकर्ता बाहरी लोगों को टिकट दिए जाने के विरोध में खड़े होने की बात करते दिखाई दे रहे थे।
बीजेपी सूत्रों और नेताओं के मुताबिक इसी तरह की घटनाएं अन्य जगहों पर भी हुई हैं। ग्वालियर में पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल के समर्थकों ने बारादरी क्षेत्र में सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। टिकट न मिलने पर दिवंगत पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के करीबी रिश्तेदार और पूर्व मंत्री और विधायक अनूप मिश्रा ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं का गुस्सा 17 नवंबर के चुनाव में पार्टी को नुकसान पहुंचा सकता है।
कांग्रेस ने क्या कहा?
मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान टिकट वितरण को लेकर विपक्षी पार्टी पर निशाना साध रहे थे, लेकिन इसके उलट भाजपा के चुनाव प्रभारी भूपेन्द्र यादव को पार्टी कार्यकर्ताओं के क्रोध का सामना करना पड़ा है। उन्होंने जबलपुर की घटना का एक वीडियो साझा करते हुए दावा किया कि यहां तक कि यादव के सुरक्षा गार्ड को भी दूसरों द्वारा बचाया जा रहा था।