Madhya Pradesh Assembly Election Results: मध्य प्रदेश की ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा सीट का रिजल्ट आ चुका है जिसमें बीजेपी के भरत सिंह कुशवाह आगे चल रहे थे। लेकिन रिजल्ट आने के बाद कांग्रेस पार्टी के साहिब सिंह गुर्जर ने इस सीट पर अपनी जीत दर्ज कराई। बता दें कि भरत सिंह कुशवाह ने ग्वालियर ग्रामीण में हुए पिछले दो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को मात दी थी। लेकिन इस बार वह कांग्रेस को हरा पाने में नाकाम रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के साहिब सिंह गुर्जर को कुल 79841 वोट मिले है और बीजेपी के भारत सिंह कुशवाह को कुल 76559 वोट मिल है। ऐसे में साहिब सिंह 3,282 वोटों के साथ जीत गए हैं।
2018 में भी ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा से भरत सिंह कुशवाह को मिली थी जीत
2018 में ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा चुनाव में भरत सिंह कुशवाह जीत हासिल की थी। उन्होंने बसपा के साहिब सिंह गुर्जर को तकरीबन 1517 वोटों के अंतर से मात दी थी। 2018 के चुनाव में भारत सिंह को 51033 वोट मिले थे जबकि बहुजन समाज पार्टी के साहिब सिंह गुर्जर को 49516 वोट हासिल हुए थे।
2013 में भी यहां से जीती थी बीजेपी
ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा में साल 2013 चुनाव में भी भरत सिंह कुशवाह ने जीत हासिल की थी। तब भरत सिंह कुशवाह को 47944 वोट हासिल हुए थे जबकि दूसरे नंबर पर कांग्रेस पार्टी के रामसेवक सिंह रहे। उस चुनाव में भरत सिंह कुशवाह को 47944 वोट मिले थे। इससे पहले साल 2008 में ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा चुनाव में जनता ने बीएसपी के मदन कुशवाहा को अपना आशीर्वाद दिया था। मदन कुशवाहा को 2008 चुनाव में 29608 वोट मिले थे जबकि बीजेपी के महेंद्र सिंह यादव 19831 वोट हासिल कर दूसरे नंबर पर रहे थे।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में कुल 2 लाख 42 हजार 207 मतदाता हैं, जिसमें 1 लाख 31 हजार 515 पुरुष, 1 लाख 10 हजार 688 महिलाएं और 04 थर्ड जेंडर शामिल हैं। इस क्षेत्र में मुख्य रूप से कुशवाह, एससीएसटी, बघेल, गुर्जर, यादव, ब्राह्मण, जाट और मुस्लिम जातियां पाई जाती हैं। विधानसभा चुनावों में यहां मुकाबला अधिकतर त्रिकोणीय होता है, जिसमें पार्टी और जाति के आधार पर वोट बैंक का खास महत्व होता है।
वर्तमान में भाजपा के भरत सिंह कुशवाहा इस क्षेत्र के विधायक हैं और वे प्रदेश सरकार में उद्यानिकी राज्यमंत्री भी हैं। उन्होंने लगातार 2013 से दो बार इस सीट पर जीत हासिल की है। ग्वालियर ग्रामीण क्षेत्र में लोगों का मुख्य पेशा कृषि और पशुपालन है, जबकि पत्थर खदानों की खान भी यहां स्थित है, शहरीकरण के कारण किसानों की जमीन का प्लाटिंग हो चुका है, जिससे उनकी कीमत काफी बढ़ गई है।
यह क्षेत्र पर्यटन के दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां सुर सम्राट तानसेन की जन्म स्थली और साधना स्थली है। यहीं नहीं तिघरा डेम और भदावना भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इसके अलावा, यहां कुलौथ में भगवान जगन्नाथ का प्राचीन मंदिर और माता अंजनी का मंदिर भी स्थित है, जिसे मध्य प्रदेश सरकार ने जीर्णोद्धार के लिए बजट जारी किया है। ध्यानेंद्र सिंह पूर्व मंत्री, राम सेवक सिंह गुर्जर पूर्व सांसद, रामवरन सिंह गुर्जर, मदन सिंह कुशवाहा पूर्व विधायक जैसे कई प्रमुख राज नेता इस क्षेत्र से आते हैं।