लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच में सीट शेयरिंग पर अभी भी चर्चा जारी है। इस बीच पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान के एक बयान ने सियासी गलियारों में चर्चा तेज कर दी है। असल में सीएम मान ने जोर देकर कहा है कि पंजाब में आम आदमी पार्टी 13 की 13 लोकसभा सीटें जीतने वाली है। इस बयान में सीएम मान ने कांग्रेस को शामिल तक नहीं किया है, संदेश दिया गया है कि आम आदमी पार्टी अपने दम पर पंजाब फतेह कर लेगी।
सीएम भगवंत मान ने एक बयान में कहा कि मैं साफ कर दूं कि मुकाबला 13-0 का रहने वाला है। आम आदमी पार्टी सभी 13 सीटें पंजाब में जीतने वाली है। ये बयान उस समय आया है जब दिल्ली के साथ-साथ पंजाब को लेकर भी कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग पर मंथन हो रहा है। लेकिन सीएम का बयान बताता है कि अभी तक इस मुद्दे पर आम सहमति नहीं बन पाई है।
वैसे आम सहमति बनना इसलिए भी मुश्किल है क्योंकि पंजाब में कांग्रेस की लोकल लीडरशिप ही आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के लिए तैयार नहीं दिख रही है। जिस तरह की बयानबाजी हो रही है, उस वजह से ही सीट शेयरिंग पर डील होना मुश्लि लग रहा है। कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात की थी। उस मुलाकात को अहम माना गया क्योंकि दोनों ही पार्टियों के सबसे वरिष्ठ नेता साथ बैठे थे।
अब कब तक सीट शेयरिंग को लेकर स्थिति स्पष्ट होगी, अभी तक ये साफ नहीं है। चुनाव में ज्यादा महीने नहीं रह गए हैं, इसी वजह से इंडिया गठबंधन की सभी पार्टियां सीट शेयरिंग पर जल्द फैसला चाहती हैं। लेकिन कई राज्य चुनौती का विषय बन चुके हैं। बंगाल में ममता बनर्जी तल्ख तेवर दिखा रही हैं, यूपी में अखिलेश का स्टैंड कड़ा चल रहा है और बिहार में लालू-नीतीश कांग्रेस को ज्यादा उठने का मौका नहीं देने वाले हैं। इसी वजह से तमाम दावों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर एक अंदरूनी जंग इंडिया गठबंधन के अंदर ही छिड़ी हुई है।