Lok Sabha Election 2019: बॉलीवुड से राजनीति में आईं जय प्रदा ने बुधवार (3 अप्रैल) को उत्तर प्रदेश के रामपुर में भाजपा प्रत्याशी के तौर पर अपने चुनावी अभियान की शुरूआत की। यहां उन्होंने एक रैली को संबोधित किया। रैली को संबोधित करने के दौरान वो फूट-फूटकर रोने लगी। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें अपने पूर्व संसदीय क्षेत्र रामपुर छोड़ने को मजबूर किया गया क्योंकि समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान द्वारा बार-बार उनके उपर हमला किया गया। इसके बाद वो चुप हुईं और अपने आंसू पोछे तो भाजपा समर्थकों ने नारा लगाया, “जया प्रदा जी संघर्ष करो, हम आपके साथ हैं।” भाजपा प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पर्चा दाखिल करने के बाद जया प्रदा ने सभा को संबोधित किया। इस दौरान वो मंदिर भी गईं और पूजा की।

गहरे लाल और सुनहरे रंग की साड़ी पहने तथा माथे पर आंचल रख जया प्रदा ने सभा को संबोधित किया। बता दें कि उन्हें भाजपा ने रामपुर सीट से उम्मीदवार बनाया है। जया प्रदा ने अपने 67 वें जन्मदिन की बात कहते हुए कहा कि भाजपा ने उन्हें रामपुर से प्रत्याशी बनाकर ‘बर्थ-डे’ गिफ्ट दिया है। जया प्रदा ने कहा, “मैंने रामपुर और सक्रिय राजनीति इस वजह से छोड़ दी थी क्योंकि मेरे उपर एसिड अटैक की कोशिश की गई थी। यह पहली बार है जब मेरे पास भाजपा की शक्तियां हैं। मैं पहले की तरह रोना नहीं चाहती। मुझे आपकी सेवा करने के लिए जीने का अधिकार है, और मैं करूंगी। मुझे गर्व है कि आज मैं उस पार्टी में हूं जहां महिलाओं को सम्मान और सुरक्षा मिलता है।”

गौरतलब है कि जया प्रदा ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर वर्ष 2004 और 2009 में रामपुर सीट से लोकसभा का चुनाव जीता था। वहीं, 2014 का लोकसभा चुनाव उत्तर प्रदेश के बिजनौर सीट से राष्ट्रीय लोक दल के टिकट पर लड़ी थीं, लेकिन हार गई थी। वर्ष 2004 के चुनाव में आजम खान ने जया प्रदा के पक्ष में चुनावी अभियान भी चलाया था, लेकिन कुछ समय बाद परिदृश्य बदल गए। अगले 2009 के चुनाव के समय चर्चा होने लगी कि वे अमर सिंह की नजदीकी बन गईं और आजम खान से दूरियां बढ़ गई थी।