Lok Sabha Election 2019: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मंगलवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोडशो के दौरान जमकर हिंसा हुई। शहर के कई हिस्सों में सत्ताधारी तृणमूल के समर्थकों और बीजेपी कार्यकर्ताओं में भिड़ंत हुई। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, हिंसा की शुरुआत कैलकटा यूनिवर्सिटी के सामने कॉलेज स्ट्रीट पर हुई। बाद में यह विद्यासागर कॉलेज से होता हुआ इसके दूसरे कैंपस तक पहुंच गया। बता दें कि यह शिक्षण संस्थान बंगाल के मशहूर समाज सुधारक, शिक्षा शास्त्री और स्वतंत्रता सेनानी ईश्वरचंद विद्यासागर के नाम पर बना है।
अंग्रेजी अखबार द टेलिग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, संदिग्ध बीजेपी समर्थक विद्यासागर कॉलेज में घुस गए। यहां प्रदर्शनकारियों ने विद्यासागर की एक मूर्ति तोड़ डाली। इनका आरोप था कि तृणमूल समर्थकों ने इन पर हमला किया। वहीं, बिधानसरनी स्थित इस शिक्षण संस्थान के दूसरे कैंपस में भी जमकर हिंसा हुई। कई मोटरसाइकिलों को आग लगा दिया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, कुनाल डे नाम के एक स्टूडेंट ने बताया कि तोड़फोड़ करने वाले एक शख्स ने जाते वक्त नारा लगाया, ‘विद्यासागर के दिन खत्म, हाउज द जोश?’
हिंसा इतनी बढ़ी कि शाह को बीच में ही रोडशो खत्म करना पड़ा। वह ट्रक से उतर आए और गाड़ियों के काफिले में सवार होकर निकल गए। इससे पहले, शाह की योजना शाहिद मीनार से लेकर विवेकानंद हाउस तक रोडशो निकालने की थी। शाह बीजेपी प्रत्याशी राहुल सिन्हा, दिलीप घोष, चंद्र बोस और बाबुल सुप्रियो के साथ ट्रक पर सवार थे। अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, अमित शाह के ट्रक के साथ करीब 15 हजार लोग पैदल और गाड़ियों में चल रहे थे। बीजेपी खेमे का आरोप है कि जब रोडशो कॉलेज स्ट्रीट पहुंचा तो कोलकाता यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर से पानी की बोतलें, बैनरों और फ्लेक्स को तोड़कर निकाले गए लकड़ियों के टुकड़े शाह के काफिले पर फेंके गए।
उधर, शाह की नजरों में उनको दिखाए जाने वाले काले झंडे न आएं, इसलिए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनके सामने पार्टी के बैनर थाम रखे थे। यह भी आरोप है कि बीजेपी नेताओं पर पानी की बोतलें और चप्पलें फेंकी गई। एक बुकस्टॉल वाले ने बताया कि कोलकाता यूनिवर्सिटी परिसर के अंदर से काफी ज्यादा चीजें काफिले पर फेंकी जाने लगी। इस वजह से शाह की हिफाजत में जुटे हथियारबंद केंद्रीय बलों के जवानों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। उन्होंने दंगों से निपटने वाले उपकरणों की मदद से शाह की ओर फेंकी जा रही चीजों को रोका। ट्रक पर सवार किसी भी शख्स को चोट नहीं आई। वहीं, ट्रक जब विद्यासागर रोड पहुंचा तो वहां भी कथित तौर पर कैंपस के अंदर से शाह के काफिले पर पत्थरबाजी की गई। इस हिंसा में तृणमूल और बीजेपी, दोनों ही पार्टियों के कार्यकर्ताओं को चोट पहुंची है।