Election 2019 Updates: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि ईवीएम को लेकर जो संदेह और विवाद पैदा हुए हैं उससे चुनाव की सम्पूर्ण प्रक्रिया पर प्रश्नचिह्न लग रहें हैं। अखिलेश ने बुधवार जारी एक बयान में कहा कि ऐसे में ईवीएम की जगह बैलट पेपर से चुनाव की मांग उठना स्वाभाविक है । इस पर भाजपा सरकार का अड़ियल रवैया अनुचित है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने अगला चुनाव बैलट पेपर से ही कराये जाने की मांग चुनाव आयोग से की है। सपा अध्यक्ष ने कहा,”’इसमें दो राय नहीं कि आज राजनीतिक लाभ के लिए टेक्नोलॉजी का दुरूपयोग खुलकर हो रहा है । ‘टेक्नोलॉजिकली लिटरेट’ समाज को भी ईवीएम के दुरूपयोग पर अपना विरोध दर्ज कराना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि चुनावी प्रक्रिया में मतपत्र का इस्तेमाल राज्य व नागरिक के बीच विश्वास के रिश्ते को पारदर्शी और मजबूत बनाता है।
इस रिश्ते के बीच ईवीएम का आना उचित नहीं । अखिलेश ने कहा कि मतपत्र से मतदाता को भरोसा रहता है कि उसने जिसे मत दिया है, वह उसी को मिला है । ये विश्वास ही लोकतंत्र की संजीवनी है । देश और लोकतंत्र के भविष्य के लिए न केवल यह जरूरी है अपितु स्वच्छ राजनीति और जनता में चुनावी प्रक्रिया की बहाली के लिए समय की पहली मांग भी है। उन्होंने कहा कि पिछले चुनावों और उपचुनावों में हजारों ईवीएम में खराबी की शिकायतें मिली थीं । लम्बी-लम्बी कतारों में महिलाएं, नौजवान, किसान भरी धूप में अपनी बारी के इंतजार में भूखे प्यासे खड़े रहे । ये तकनीकी खराबी है या चुनाव प्रबंधन की विफलता या फिर जनता को मताधिकार से वंचित करने की साजिश । इस तरह से तो लोकतंत्र की बुनियाद ही हिल जाएगी।
उन्होंने कहा कि लंदन में एक साइबर विशेषज्ञ ने जो दावा किया है, वह चौंकाने वाला है । उसके अनुसार 2014 में लोकसभा चुनाव के अलावा उत्तर प्रदेश, गुजरात, सहित कई राज्यों में हुए चुनावों में ईवीएम के जरिए जबर्दस्त धांधली की गई । निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव की दृष्टि से इस पर जांच पड़ताल निष्पक्ष एवं स्वतंत्र ढंग से किए जाने की जरूरत है । यह बेहद गंभीर मुद्दा भी है । यह पैसे की ताकत से सत्ता को हथियाने की खतरनाक साजिश है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि ईवीएम को लेकर जो संदेह और विवाद पैदा हुए हैं उससे चुनाव की सम्पूर्ण प्रक्रिया पर प्रश्नचिह्न लग रहें हैं। अखिलेश ने बुधवार जारी एक बयान में कहा कि ऐसे में ईवीएम की जगह बैलट पेपर से चुनाव की मांग उठना स्वाभाविक है । इस पर भाजपा सरकार का अड़ियल रवैया अनुचित है।
अमेठी में राहुल ने कहा, इस देश में नफरत से कुछ नहीं हो सकता। नरेन्द्र मोदी नफरत का केन्द्र हैं। हम 2019 में इन्हें हटाएंगे। इसे कोई नहीं रोक सकता है।
राहुल गांधी ने कहा, उत्तर प्रदेश में अगले चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनानी है। हम यहां पर भाजपा को हराने आये हैं। मैं भाजपा मुक्त भारत बनाने की बात कभी नहीं कहूंगा। हम नफरत नहीं सम्मान से बात करते हैं।
केजरीवाल ने कहा, शहर की 1,500 अन्य मस्जिदों के इमामों और मुअज्जिनों का वेतन भी बढ़ाया जाएगा। उन्होंने सभी इमामों से आप को समर्थन करने की अपील की। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सभा को वोटों के बंटवारे से सावधान रहने की अपील करते हुए, कहा कि इससे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को दिल्ली की सभी सात सीटें जीतने में मदद मिलेगी।
शहर में मस्जिदों के इमामों की एक सभा में भाग लेते हुए, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को दिल्ली में आगामी लोकसभा चुनावों में वोटों के विभाजन को लेकर आगाह किया और दावा किया कि कांग्रेस राष्ट्रीय राजधानी में एक भी सीट नहीं जीतेगी।
उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बुधवार को कहा कि प्रियंका गांधी को कांग्रेस महासचिव नियुक्त किए जाने से देश भर में पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा।
पायलट ने कहा,'' यह स्वागत योग्य कदम है और इससे देश भर में पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा। प्रियंका गांधी को पार्टी में आधिकारिक भूमिका देने की कार्यकर्ताओं की मांग लंबे समय से थी।'' कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पायलट ने कहा,''अब तक, उन्होंने खुद को अमेठी व रायबरेली में प्रचार तक सीमित रखा था लेकिन महासचिव के रूप में वह अगले तीन महीने पार्टी के लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान को बल देंगी।'' प्रियंका गांधी को बुधवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में महासचिव नियुक्त किया गया।
पश्चिम बंगाल में बीजेपी की रैली के बारे में पहले तय हुआ था कि प्रधानमंत्री मोदी आठ फरवरी को कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में एक रैली को संबोधित करेंगे। लेकिन पिछले सप्ताह इस रैली को रद्द करते हुए प्रदेश भाजपा ने कहा कि मोदी अगले सप्ताह राज्य में तीन रैलियों को संबोधित करेंगे। उसके बाद तय हुआ कि मोदी 28 जनवरी को ठाकुरनगर में रैली को संबोधित करेंगे। इसके अलावा वह दो फरवरी को सिलीगुड़ी जबकि आठ फरवरी को आसनसोल में एक रैली को संबोधित करेंगे। लेकिन बुधवार शाम राज्य भाजपा ने फिर से कहा कि रैली की तारीख बदल सकती है।
पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले के ठाकुरनगर में 28 जनवरी हो प्रस्तावित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली अब दो फरवरी को होने की संभावना है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने उक्त जानकारी दी। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने बताया, ‘‘दो फरवरी को मोदी दुर्गापुर में भी एक रैली को संबोधित करेंगे। आठ फरवरी को वह सिलीगुड़ी में एक रैली को संबोधित करेंगे। हालांकि अभी तक कुछ भी तय नहीं है।’’ पश्चिम बंगाल भाजपा ने पिछले एक महीने में दूसरी बार मोदी की रैली कार्यक्रम में बदलाव किया है।