लोकसभा चुनाव के करीब आते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश में भी सियासी पारा हाई है। हिमाचल में तो कांग्रेस सरकार गिरने तक की बातें होने लगी हैं। हालांकि कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि उनके पास सभी विधायकों का समर्थन है और सुखविंदर सिंह सुक्खू ही सीएम पद पर बने रहेंगे। दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने 3 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है और संभव है कि बीजेपी भी 100 उम्मीदवारों की घोषणा जल्द ही कर सकती है। सपा ने भी उत्तर प्रदेश में कुछ उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
कांग्रेस के छह विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने पर हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा,"अभी इस पर मेरा कुछ भी कहना सही नहीं है। हमारे पर्यवेक्षक यहां आए हैं और उन्होंने स्थिति को देखा और समझा है। स्पीकर ने यह फैसला लिया है, इसलिए, मुझे नहीं लगता कि मेरे लिए इस पर कोई टिप्पणी करना सही है। जैसा कि मैंने कहा हम पर्यवेक्षकों से बात करेंगे और हम देखेंगे कि आगे की कार्रवाई क्या होगी।"
हिमाचल प्रादेश विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह ने कहा कि कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने वाले छह विधायकों ने अपने दलबदल विरोधी कानून के प्रावधानों की खिलाफ काम किया है इसलिए मैं घोषणा करता हूं कि छह लोग तत्काल प्रभाव से हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य नहीं रहेंगे।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के 6 बागी विधायकों को अयोग्य करार दिया गया है। राज्यसभा चुनाव में पार्टी लाइन से अलग हटकर वोट डालने के मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
आम आदमी पार्टी के नेता कुलदीप कुमार ने पूर्वी दिल्ली सीट से लोकसभा चुनाव का उम्मीदवार बनाए जाने पर कहा कि इस क्षेत्र के लोग मेरे परिवार की तरह हैं। मैं इस क्षेत्र से विधायक रहा हूं। यहां के लोग कहते हैं कि उन्होंने पिछले 10 वर्षों में अपने सांसद को नहीं देखा है।
https://twitter.com/PTI_News/status/1763067567470412239
हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के समर्थक शिमला में एक लॉज के बाहर इकट्ठा हुए।
हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज शिमला में सभी कांग्रेस विधायकों की 'ब्रेकफास्ट मीटिंग' बुलाई है। विधायक आशीष बुटेल ने कहा--यह एक महत्वपूर्ण बैठक है। देखते हैं क्या होता है। यह एक अनौपचारिक बैठक है।