Lok Sabha Elections 2019: कांग्रेस ने रविवार (31 मार्च, 2019) को औपचारिक रूप से घोषणा की कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी 2019 के लोकसभा चुनावों में अमेठी के पारंपरिक गढ़ के अलावा केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ेंगे। पार्टी के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी ने संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की। एंटनी ने कहा, ‘राहुल गांधी केरल की वायनाड संसदीय सीट से चुनाव लड़ेंगे।’ उन्होंने बताया कि ‘राहुल के वायनाड से चुनाव लड़ने के लिए कई अनुरोध प्राप्त हुए थे।’ बता दें कि कांग्रेस के इस फैसले को ईसाई और मुस्लिम मतदाताओं की एक महत्वपूर्ण संख्या को पार्टी के हित में साधने की कोशिश के रूप में भी देखा जा रहा है। वायनाड में अल्पसंख्यकों की अच्छी खासी आबादी है।
उत्तरी केरल के इस लोकसभा क्षेत्र से राहुल गांधी के चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद से ही यह पहाड़ी जिला राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आ गया है। कांग्रेस-यूडीएफ के दिवंगत एम आई शनवास ने 2014 और 2009 में एलडीएफ उम्मीदवारों को हराकर इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। उनका पिछले साल नवंबर में निधन हो गया था। हालांकि अगर पिछले दो लोकसभा चुनावों का आंकलन करें तो वायनाड सीट कांग्रेस अध्यक्ष के लिए मुश्किल भरी भी है। पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस की जीत का अंतर काफी घटा है।
दरअसल साल 2009 में वायनाड संसदीय सीट का गठन किया गया। तब कांग्रेस के एम आई शनवास सीपीआईएम उम्मीदवार एम रहमतुल्लाह को 1.5 लाख के भारी अंतर से हराकर यह सीट जीती थी। 2014 कांग्रेस उम्मीदवार शनवास दूसरी बार वायनाड सीट जीतने में कामयाब तो रहे मगर उनकी जीत का अंतर घटकर 20,870 वोटों का रह गया। 2018 में शनवास के निधन के बाद खाली हुई इस सीट पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी चुनाव लड़ेंगे।