Lok Sabha Elections 2019: केंद्र में नई सरकार के चुनाव के लिए सोमवार (29 अप्रैल, 2019) को चौथे चरण में 9 राज्य की 71 सीटों के लिए मतदान हुआ। हालांकि कई वोटरों का दावा है कि मतदान केंद्र पर पहुंचने के बाद भी वो अपना वोट नहीं डाल सके। ऐसी ही एक मतदाता हैं मुंबई की नीनाबेन पटेल, जिन्होंने साल 1994 में अपना मतदाता आई कार्ड बनवा लिया था। नीनाबेन सोमवार को अपने पति और बेटे के साथ वोट डालने जोगेश्वरी स्थित मतदान केंद्र पर पहुंचीं तो अधिकारियों ने बाहर इंतजार करने को कहा, चूंकि मतदाता सूची में उनका नाम नहीं था। नीनाबेन ने बताया कि वह सुबह 9 बजे से वहां बैठी थीं। मगर तीन घंटे बीतने के बाद भी चुनाव अधिकारी वोटर लिस्ट में उनका नाम नहीं खोज पाए। वह घंटों तक मतदान केंद्र पर वोट डालने के लिए खड़ी रहीं।

ऐसे ही एक अन्य मामले में बोरिवली वेस्ट स्थित आरसी गोखले स्कूल में वोट डालने आईं बिंदु गाला (49) और कुंदन सूतर (55) को मतदान के लिए खासी मुश्किल का सामना करना पड़ा। यहां चुनाव अधिकारियों ने दोनों से फॉर्म-6 भरवाया और अगली बार वोट डालने के लिए कहा। फॉर्म-6 मतदाता सूची में नाम शामिल कराने के लिए भरा जाता है। वोट नहीं डाल पाईं गाला ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘मैंने साल 2014 के लोकसभा चुनाव मतदान किया था। मगर अब जब मैं मतदान केंद्र पर पहुंची तो अधिकारियों ने फॉर्म-6 भरने को कहा और अगली बार मतदान करने के लिए आने को कहा।’

सुरक्षा गार्ड लालचंद यादव और टेलर समरजीत सिंह भी ऐसे लोगों में शामिल हैं जो वोट नहीं डाल सके। दोनों वोटर आईडी लेकर मतदान केंद्र पर पहुंचे मगर लिस्ट में नाम नहीं था। चुनाव अधिकारी ने भी कहा कि वो इस मामले में उनकी कोई मदद नहीं कर सकते। यादव ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘हम दो घंटे से इंतजार कर रहे हैं। मगर ऐसा लगता है कि हमें बिना मतदान किए ही घर लौटना होगा।’ (दोनों सोमवार को मतदान केंद्र पर इंडियन एक्सप्रेस को इस बात की जानकारी दी।)

पटले, गाला और यादव की तरह मुंबई के संसदीय क्षेत्रों के मतदान केंद्रों पर ऐसे बहुत से मतदाता थे जो वोट ना डालने पर खासे निराश हुए और सोमवार को बिना मतदान किए ही घर लौटना पड़ा। वोटिंग लिस्ट में इन लोगों के नाम नहीं थे। हालांकि आंकड़ों से पता चला है कि कुछ क्षेत्रों में 2014 के लोकसभा चुनाव से भी ज्यादा रिकॉर्ड स्तर पर मतदान हुआ।

आंकड़ों की बात करें तो मुंबई में सोमवार को 51.11 फीसदी मतदान हुआ जबकि 2014 में यह आकंड़ा 51.59 फीसदी था। इसी तरह मुंबई नॉर्थ में 59.32 फीसदी मतदान दर्ज हुआ जबकि मुंबई नॉर्थ-ईस्ट (56.31 फीसदी), मुंबई साउथ सेंट्रल (55.35 फीसदी), मुंबई नॉर्थ-वेस्ट (54.71 फीसदी), मुंबई नोर्थ सेंट्रल (52.84 फीसदी)और मुंबई साउथ (52.15 फीसदी) मतदान दर्ज किया गया।