Lok Sabha Elections 2019: यूपीए सरकार में वित्तमंत्री रहे पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम पर पिछले पांच सालों में देनदारियां लगभग दोगुना हो गईं। जूनियर चिदंबरम ने अपने चुनावी हलफनामे में इस बात की जानकारी दी है। कार्ति चिदंबरम तमिलनाडु की सिवगंगा संसदीय सीट कांग्रेस उम्मीदवार है। चुनाव आयोग को सौंपे गए हलफनामे से पता चलता है कि 2014 के बाद से उनकी देनदारियों में 92 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। हलफनामे से पता चलता है कि कार्ति चिदंबरम और उनकी पत्नी श्रीनिधि चिदंबरम पर 17.75 करोड़ की देनदारियां हैं। इसका 78 फीसदी परिवार के सदस्यों से लिया गया व्यक्तिगत कर्ज है। इसमें उनके पिता, सास वसंती रंगराजन और बेटी अदिति शामिल हैं। कार्ति और श्रीनिधि ने पिछले पांच सालों में परिवारिक सदस्यों से 13.81 करोड़ का लोन लिया।
अपने हलफनामे में 47 साल के कार्ति चिदंबरम ने बताया कि उन्होंने सास से आठ करोड़ रुपए, मां नलिनी चिदंबरम से 6.45 करोड़ और अपनी बेटी से 1.47 करोड़ रुपए का लोन लिया। इसके अलावा श्रीनिधी चिदंबरम ने 2.3 करोड़ का लोन पी चिदंबरम से लिया। उन्होंने 95 लाख रुपए का लोन कार्ति चिदंबरम से भी लिया। श्रीनिधी ने इसके अलावा 33.77 लाख रुपए मां वसंती और 1.10 करोड़ रुपए सास नलिनी से लिए। कार्ति चिदंबरम ने बंगला, जूलरी, नकद, शेयर और टर्म डिपोजिट सहित अपनी कुल संपत्ति 80.26 करोड़ रुपए बताई है। पांच साल पहले यह 59.45 करोड़ रुपए थे।
गौरतलब है कि तमिलनाडु कांग्रेस इकाई के विरोध के बावजूद कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व ने एयरसेल-मैक्सिस डील में भ्रष्टाचार के आरोपी कार्ति चिदंबरम को सिवगंगा सीट से टिकट दिया है। जानकारी के मुताबिक तमिलनाडु कांग्रेस ईकाई के नेता पी चिदंबरम के बेटे को लोकसभा टिकट दिए जाने का खासा विरोध कर रहे थे। इन नेताओं का कहना है कि कार्तिक को टिकट देने की वजह से पार्टी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कमजोर साबितो होगी।