Lok Sabha Elections 2019: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गौतमबुद्ध नगर के बिसहड़ा गांव में रैली की। इसी गांव में 2015 में गोमांस रखने के शक में मोहम्मद अखलाक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। खास बात यह है कि अखलाक की हत्या का आरोपी कार्यक्रम के दौरान अगली कतार में नजर आया। अखलाक मर्डर केस का मुख्य आरोपी स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ता संजय राणा का बेटा विशाल सिंह राणा और पुनीत भीड़ में नजर आए। विशाल ने दावा किया कि 19 में से 16 आरोपी दर्शकों का हिस्सा थे।

बता दें कि विशाल पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 307 (हत्या की कोशिश) का मुकदमा दर्ज है। हालांकि, अभी आरोप तय किया जाना बाकी है। यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में लंबित है। मामले में अगली सुनवाई 10 अप्रैल को होगी। पुनीत का नाम एफआईआर में नहीं था लेकिन वारदात के तीन महीने बाद अखलाक की बेटी शाइस्ता के बयान के आधार पर पुनीत को गिरफ्तार किया गया था। विशाल समेत सभी आरोपियों को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 2017 में जमानत दी थी। विशाल ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘हां, मैं अन्य लोगों के साथ रैली में था। हम सभी बीजेपी का समर्थन करते हैं।’

रैली में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि पहले बिना रोक टोक के राज्य में अवैध बूचड़खाने चल रहे थे। उन्होंने कहा, ”कौन नहीं जानता बिसहाड़ा में क्या हुआ? सबको पता है।” उन्होंने कहा, ”कितने शर्म की बात है कि समाजवादी सरकार ने तब भावनाओं को दबाने की कोशिश की और मैं कह सकता हूं कि हमारी सरकार बनते ही हमने अवैध बूचड़खानों को बंद कराया।”

योगी ने कहा कि मोदी सरकार समाज के सभी वर्गों के लिए काम करती है। सीएम ने पिछली सरकारों पर जाति के आधार पर लोगों को बांटने और ‘तुष्टिकरण की राजनीति’ करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी सिर्फ अपने परिवारों के विकास के लिए काम करती हैं। आदित्यनाथ ने रैली में कहा, ”मई 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद, हमारी सरकार ने कहा था कि यह किसी व्यक्ति, परिवार, जाति या धर्म के लिए काम नहीं करेगी, बल्कि गांवों, गरीबों, युवाओं, महिलाओं, किसानों और समाज के हर तबके लिए काम करेगी।” (भाषा इनपुट सहित)