लोकसभा चुनाव में इस बार मोदी सरकार को बड़ा झटका लगा है। सरकार तो फिर उनकी बन रही है, लेकिन बहुमत काफी कमजोर मिला है। 10 सालों में पहली बार ऐसा हो रहा है कि बीजेपी को अपने दम बहुमत नहीं मिला है। यूपी से लेकर महाराष्ट्र, बंगाल से लेकर राजस्थान तक, हरियाणा से लेकर कर्नाटक तक, कई राज्यों में उसकी टैली काफी गिरी है, उसे कई सीटों का नुकसान हुआ है। फिर भी बीजेपी के जितने भी प्रत्याशी जीतकर आए हैं, हर कोई उनके बारे में जानना चाहता है।

यहां पर आपको एक ही जगह वो पूरी लिस्ट दिखा रहे हैं जिसमें बताया गया है कि कौन से राज्य में बीजेपी का कौन सा प्रत्याशी जीता है-

राज्यसीटेंबीजेपी प्रत्याशी
बिहारपश्चिम चंपारनसंजय जैसवाल
पूर्वी चंपारनराधा मोहन सिंह
मधुबनीअशोक कुमार यादव
अररियाप्रदीप कुमार सिंह
दरभंगागोपाल जी ठाकुर
महाराजंगजजनार्दन सिंह सिग्रिवाल
उजिरारपुरनित्यानंद राय
बेगुसरायगिरिराज सिंह
पटना साहिबरवि शंकर प्रसाद
नवादाविवेक ठाकुर
उत्तर प्रदेशअमरोहाकंवर सिंह तंवर
मेरठअरुण गोविल
गाजियाबादअतुल गर्ग
गौतम बुद्ध नगरमहेश शर्मा
बुलंदशहरभोला सिंह
हाथरसअनूप प्रधान बाल्मीकि
मथुराहेमा मालिनी
आगराएसपी सिंह बघेल
फतेहपुर सीकरीराजकुमार चहर
बरेलीछत्रा पल सिंह गंगवार
पीलीभीतजितिन प्रसाद
हरदोईजय प्रकाश
मिसरिखअशोक कुमार रावत
उनावस्वामि सचिदानंद साक्षी
लखनऊराजनाथ सिंह
फरूकाबादमुकेश राजपूत
कानपुररमेश अवस्थी
अकबरपुरदेवेंद्र सिंह
झांसीअनुराग शर्मा
फूलपुरप्रवीन पटेल
बहराइचआनंद कुमार
कैसरगंजकरन भूषण सिंह
गोंडाकीर्तिवर्धन सिंह
दोमरियागंजजगदंबिका पाल
महाराजगंजपंकज चौधरी
गोरखपुररविंद्र शुक्ला
कुशीनगरविजय कुमार दुबे
डिओरियाशशांक मणि
बंसगावकमलेश पासवान
वाराणसीनरेंद्र मोदी
भदोहीविनोद कुमार बिंद
गुजरातकच्छचावड़ा विनोद लखमशी
पतनडाभी भरतसिंहजी शंकरजी
मेहसानाहरिभाई पटेल
सबरकांठाशोभाबेन महेंद्र सिंह बरिया
गांधीनगरअमित शाह
अहमदाबाद ईस्टहसमुख पटेल
अहमदाबाद वेस्टदिनेश भाई मकवाना
सुरेंद्र नगरचंदूभाई छगनभाई शिहोरा
राजकोटपरशोत्तम मिश्रा
पोरबंदरपरशोत्तम मिश्रा
पोरबंदरमनसुख मंडाविया
जामनगरपूनमबेन हेमंत भाई
जूनागढ़चुडासमा राजेशभाई नाराणभाई
अमरेलीभारत भाई मुन्ना भाई सुतारिया
भावननगरनुबीन जयंतभाई बमभानिया
आनंदमितेश पटेल
खेदादेवू सिंह
पांचमहलराजपाल सिंह सुमनभाई
दहोडजसवंत सिंह
वडोदराहेमांग जोशी
चोटा उदयपुरजशुभाई भिलूभाई रथ्वा
भरूचमनसुख भाई धानजिबभाई वसावा
बरदोलीपरभुभाई नागरभाई वसावा
सूरतमुकेश भाई चंद्रकांत दलाल
नवासीसी आर पाटिल
वलसालधवल लक्ष्मण भाई पटेल
हरियाणाकुरुक्षेत्रनवीन जिंदल
गुड़गावराउ इंद्रजीत सिंह
फरीदाबादकृष्ण पाल
करनालमनोहर लाल
भिवानीधर्मबीर सिंह
छत्तीसगढ़सरगुजाचिंतामणि महाराज
रायगढ़राधेश्याम राठिया
जांजगीर-चांपाकमलेश जांगड़े
राजनांदगांवसंतोष पांडे
दुर्गविजय बघेल
रायपुरबृजमोहन अग्रवाल
महासमुंदरूप कुमारी चौधरी
बस्तरमहेश कश्यप
कांकेरभोजराजनाग
बिलासपुरतोखन साहू
हिमाचलकांगड़ाडॉ राजीव भारद्वाज
मंडीकंगना रनौत
हमीरपुरअनुराग सिंह ठाकुर
शिमलासुरेश कुमार कश्यप
जम्मू-कश्मीरउधमपुरडॉ.जितेंद्र सिंह
जम्मूजुगल किशोर
झारखंडगोड्डानिशिकांत दुबे
चतराकालीचरण सिंह
रांचीसंजय सेठ
जमशेदपुरबिज्युत बरन महतो
पलामूविष्णु दयाल राम
हज़ारीबागमनीष जायसवाल
कोडरमाअन्नपूर्णा देवी
धनबादडुलू महतो
मध्य प्रदेशमुरैनाशिवमंगल सिंह तोमर
भिंडसंध्या राय
ग्वालियरभरत सिंह कुशवाह
गुनाज्योतिरादित्य एम.सिंधिया
सागरडॉ.लता वानखेड़े
टीकमगढ़डॉ. वीरेन्द्र कुमार
दमोहराहुल सिंह लोधी
खजुराहोविष्णु दत्त शर्मा (वी.डी.शर्मा)
सतनागणेश सिंह
रीवाजनार्दन मिश्रा
सीधीडॉ. राजेश मिश्रा
शहडोलश्रीमती। हिमाद्रि सिंह
जबलपुरआशीष दुबे
मंडलाफग्गन सिंह कुलस्ते
बालाघाटभारती पारधी
छिंदवाड़ाबंटी विवेक साहू
होशंगाबाददर्शन सिंह चौधरी
विदिशाशिवराज सिंह चौहान
भोपालआलोक शर्मा
राजगढ़रोडमल नगर
देवासमहेंद्र सिंह सोलंकी
उज्जैनअनिल फिरोजिया
मंदसौरसुधीर गुप्ता
रतलामअनीता नागरसिंह चौहान
धारसावित्री ठाकुर
इंदौरशंकर लालवानी
खरगोनगजेंद्र सिंह पटेल
खंडवाज्ञानेश्वर पाटिल
बैतूलदुर्गादास (डी.डी.)उइके
पश्चिम बंगालअलीपुरद्वारमनोज तिग्गा
जलपाईगुड़ीडॉ.जयंत कुमार रॉय
दार्जिलिंगराजू बिस्ता
रायगंजकार्तिक चंद्र पॉल
मालदाहा उत्तरखगेन मुर्मू
राणाघाटजगन्नाथ सरकार
बनगांवशांतनु ठाकुर
तमलुकअभिजीत गंगोपाध्याय
कांथीअधिकारी सौमेंदु
पुरुलियाज्योतिर्मय सिंह महतो
बिष्णुपुरखान सौमित्र
बालुरघाटसुकांत मजूमदार
महाराष्ट्रजलगांवस्मिता उदय वाघ
रावेरखडसे रक्षा निखिल
अकोलाअनूप संजय धोत्रे
नागपुरनितिन जयराम गडकरी
पालघरडॉ. हेमन्त विष्णु सवारा
मुंबई उत्तरपीयूष गोयल
पुणेमुरलीधर मोहोल
सताराश्रीमंत सीएच उदयन राजे प्रताप सिंह महाराज भोंस
रत्नागिरी-सिंधुदुर्गनारायण तातु राणे
ओडिशाबरगढ़प्रदीप पुरोहित
सुंदरगढ़जुएल ओराम
संबलपुरधर्मेंद्र प्रधान
क्योंझरअनंत नायक
मयूरभंजनाबा चरण माझी
बालासोरप्रताप चंद्र सारंगी
भद्रकअविमन्यु सेठी
ढेंकनालरुद्र नारायण पैनी
कालाहांडीमालविका देवी
नबरंगपुरबलभद्र माझी
कंधमालसुकांत कुमार पाणिग्रही
कटकभर्तृहरि महताब
केंद्रपाड़ाबैजयंत पांडा
जगतसिंहपुरबिभू प्रसाद तराई
भुवनेश्वररवीन्द्र नारायण बेहरा
बोलांगीरसंगीता कुमारी सिंह देव
पुरीसंबित पात्रा
अस्काअनिता सुभद्रशिनी
बेरहामपुरडॉ. प्रदीप कुमार पाणिग्रही
असमदरांग-उदलगुरीदिलीप सैकिया
गुवाहाटीबिजुली कलिता मेढ़ी
दीफूअमरसिंग टिस्सो
करीमगंजकृपानाथ मल्लाह
सिलचरपरिमल शुक्लाबैद्य
काजीरंगाकामाख्या प्रसाद तासा
सोनितपुररंजीत दत्ता
लखीमपुरप्रदान बरुआ
डिब्रूगढ़सर्बानंद सोनोवाल
कर्नाटकबेलगामजगदीश शेट्टर
बागलकोटगद्दीगौदर
बीजापुररमेश जिगाजिनागी
हावेरीबसवराज बोम्मई
धारवाड़प्रल्हाद जोशी
उत्तर कन्नड़विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी
शिमोगाबी.वाई.राघवेंद्र
उडुपी चिकमंगलूरकोटा श्रीनिवास पुजारी
दक्षिण कन्नड़कप्तान ब्रिजेश चौटा
चित्रदुर्गगोविंद मकथप्पा करजोल
तुमकुरवी. सोमन्ना
मैसूरयदुवीर कृष्णदत्त चामराजा वाडियार
बेंगलुरु ग्रामीणडॉ सी एन मंजूनाथ
बैंगलोर उत्तरशोभा करंदलाजे
बेंगलुरु सेंट्रलपी सी मोहन
बेंगलुरु साउथतेजस्वी सूर्या
चिक्कबल्लापुरडॉ.के.सुधाकर
आंध्र प्रदेशअनाकापल्लेसी.एम.रमेश
राजमुंदरीदग्गुबाती पुरंधेश्वरी
नरसापुरमभूपति राजू श्रीनिवास वर्मा (बी.जे.पी.वर्मा)
तेलंगानाआदिलाबादगोदाम नागेश
करीमनगरबंदी संजय कुमार
निज़ामाबादअरविंद धर्मपुरी
मेडकमाधवनेनी रघुनंदन राव
मल्काजगिरिएटला राजेंदर
सिकंदराबादजी किशन रेड्डी
चेवेल्लाकोंडा विश्वेश्वर रेड्डी
महबूबनगरअरुणा। डी. के
अरुणाचल प्रदेशअरुणाचल पश्चिमकिरेन रिजिजू
अरुणाचल पूर्वतापिर गाओ
केरलत्रिशूरसुरेश गोपी
उत्तराखंडटेहरी गढ़वालमाला राज्य लक्ष्मी शाह
गढ़वालअनिल बलूनी
अल्मोडाअजय टम्टा
नैनीतालअजय भट्ट
हरिद्वारत्रिवेंद्र सिंह रावत
दिल्लीचांदनी चौकप्रवीण खंडेलवाल
उत्तर-पूर्वी दिल्ली</td>मनोज तिवारी
पूर्वी दिल्लीहर्ष मल्होत्रा
नई दिल्लीबांसुरी स्वराज
उत्तर-पश्चिम दिल्लीयोगेंद्र चंदोलिया
पश्चिमी दिल्लीकमलजीत सहरावत
दक्षिणी दिल्लीरामवीर सिंह बिधूड़ी
अंडमानअंडमान और निकोबारबिष्णु पाडा रे
दादर और नगर हवेलीडेलकर कलाबेन मोहनभा
गोवाउत्तरी गोवा</td>श्रीपाद येसो नाइक
त्रिपुरात्रिपुरा पश्चिमबिप्लब कुमार देब
त्रिपुरा पूर्वकृति देवी देबबर्मन

अब बीजेपी को इस बार जो यह जनादेश मिला है, इसमें पूर्ण बहुमत की कमी है। 2014 और 2019 में बीजेपी ने अपने दम पर सरकार बनाई थी, अगर सहयोगी साथ ना भी देते, फिर भी सरकार उनकी रहती। लेकिन इस बार ऐसा नहीं है, कई सालों बाद फिर गठबंधन का दौर लौट आया है, एक बार फिर क्षेत्रीय दल ताकतवर हुए हैं और अब किस तरह से तालमेल बैठाया जाता है, सारा खेल इसी बात पर निर्भर करने वाला है।