Lok Sabha Election 2024: ओडिशा की राजनीति में गुरुवार को एक और बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिला। भारतीय जनता पार्टी और बीजद के बीच अलायंस को लेकर चल रही अटकलों के बीच बीजेपी के वरिष्ठ नेता बिजॉय महापात्र के बेटे अरविंद महापात्र बीजू जनता दल में शामिल हो गए। बिजॉय महापात्र को बीजेडी से निष्काषित कर दिया गया था।

अरविंद ने विदेश में कॉर्पोरेट की नौकरी छोड़ दी और अब राजनीति में सक्रिय होने का फैसला किया है। वह अपने पिता गढ़ केंद्रपाड़ा जिले के पटकुरा विधानसभा क्षेत्र में लोगों से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं। नवीन पटनायक ने अपने आवास पर कहा कि हम बीजेडी में आपका स्वागत करते हैं। केंद्रपाड़ा जिले के लिए कड़ी मेहनत करें। आपको मेरा आशीर्वाद है और अपने पिता को भी धन्यवाद दें।

राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण घटनाक्रम

बीजेडी अपने ज्यादातर कार्यक्रम शंख भवन में आयोजित करता है। इसका हेडक्वार्टर भुवनेश्वर में है, लेकिन पटनायक की मौजूदगी में नवीन निवास में बिजॉय के बेटे का स्वागत करने का उनका फैसला राजनीतिक महत्व रखता है। 1980 से 2000 के बीच पटकुरा से चार बार विधायक रहे बिजॉय को वर्तमान मुख्यमंत्री के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक का भरोसेमंद माना जाता था। उन्हें 1990 और 1995 के बीच बीजू कैबिनेट में महत्वपूर्ण विभागों के साथ सबसे शक्तिशाली व्यक्ति के रूप में जाना जाता था।

बीजेडी ने बिजॉय महापात्र को पार्टी से बाहर निकाला

17 अप्रैल, 1997 को बीजू पटनायक की मृत्यु हो जाने के बाद, बिजॉय ने बीजेडी के गठन और बीजू के छोटे बेटे नवीन पटनायक को संगठन का नेतृत्व करने में अहम भूमिका निभाई। हालांकि, उन्होंने पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति का नेतृत्व किया और नवीन पटनायक के ज्यादातर फैसलों का विरोध किया। इसी को उनके बीजेडी से बाहर निकलने का कारण माना जाता है।

साल 2000 में, जब बीजेडी ने पहली बार बीजेपी के साथ गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़ा , तो बिजॉय को चुनाव लड़ने से रोक दिया गया था। पटकुरा से बीजेडी उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करने के एक दिन बाद, बिजॉय पार्टी के काम में लगे हुए थे। इसी दौरान बीजेडी प्रमुख पटनायक ने उनका टिकट रद्द कर दिया। इसके साथ ही एक पत्रकार और पूर्व विधायक के बेटे अतनु सब्यसाची नायक को बीजेडी के उम्मीदवार के रूप में घोषित किया।