Lok Sabha Election 2019: कश्मीर में चुनाव ड्यूटी पर तैनात एक सब डिविजनल मजिस्ट्रेट की पिटाई का मामला सामने आया है। आरोप है कि सेना के कुछ जवानों ने उनकी सड़क पर घसीटकर पिटाई की। मामला अनंतनाग जिले के दलवाच इलाके में नैशनल हाइवे के श्रीनगर-काजीगुंड हिस्से में मंगलवार को हुई। गुलाम रसूल वानी अनंतनाग जिले के दूरू के एसडीएम हैं। वह लोकसभा चुनाव में साउथ कश्मीर के लिए रिटर्निंग ऑफिसर भी हैं। द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में उन्होंने बताया, ‘मैं चुनाव ड्यूटी पर था। मैं वेसू की तरफ जा रहा था क्योंकि जिलाधिकारी वहां इंतजार कर रहे थे…उन्होंने (सेना) हाइवे पर ट्रैफिक रोका था। जब उन्होंने गाड़ी पर ‘एसडीएम’ लिखा देखा, उन्होंने हमें जाने दिया।’

एसडीएम ने आगे बताया, ‘हम तीन चेक पॉइंट पार कर गए। लेकिन चौथे पर एक सैनिक ने हमें रुकने के लिए कहा। हम तुरंत रुक गए। अचानक से कुछ सैन्यकर्मी आए और हमारी गाड़ी पर हमला किया। पहले उन्होंने मेरे ड्राइवर को पीटा और बाद में हम सब की पिटाई की।’ वानी के मुताबिक, वारदात के वक्त उनके साथ चार अन्य स्टाफ के सदस्य भी मौजूद थे। उन्होंने बताया, ‘उन्होंने मेरा कॉलर पकड़ा और मुझे सड़क पर 20 मीटर तक घसीटा। उन्होंने मेरे ऊपर अपनी बंदूकें तान दीं, मेरा मोबाइल फोन छीन लिया और उसे तोड़ दिया।’

वानी ने बताया, ‘उन्होंने मेरे ड्राइवर का फोन भी तोड़ दिया। उन्होंने बंदूक की नोक पर अन्य स्टाफ मेंबर्स को भी गाड़ी से उतार दिया। उन्होंने गाड़ी में रखी चुनाव सामग्री भी नष्ट कर दी। मैं डिप्टी कमिश्नर और एसएसपी कुलगाम के पास शिकायत दर्ज करा दी है। मैंने मांग की है कि इस मामले में एफआईआर दर्ज की जाए।’ पुलिस के पास दर्ज शिकायत में एसडीएम ने कहा है कि उन्हें बंदूकों से धमकाया गया और जान से मारने की धमकी दी गई। अनंतनाग जिले के डिप्टी कश्मिनर की दखल के बाद ही उन्हें वहां से जाने दिया गया। इस बारे में जब रक्षा प्रवक्ता राजेश कालिया से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि घटना की डिटेल्स की पुष्टि की जा रही है। वहीं, कुलगाम के एसपी गुरिंदरपाल सिंह ने इस मामले में एफआईआर दर्ज होने की पुष्टि की है।

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