Lok Sabha Election 2019: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर अपनी नाकामियों से भागने के लिये विपक्ष की ही बातें करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि शिक्षामित्रों, शिक्षा प्रेरकों और टीईटी धारकों को ‘चौकीदार’ नहीं बल्कि स्थायी रोजगार चाहिये। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस पर पलटवार करते हुए कहा कि जनता ‘खानदानी भ्रष्टाचारियों’ को उनके कुकर्मों की सजा देगी।
नेताओं के ‘ट्विटर वॉर’: अखिलेश ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘विकास पूछा रहा है… भाजपा अपनी रैलियों में केवल विपक्ष की ही बातें क्यों कर रही है? क्या भाजपा के पांच साल के शासनकाल में उनकी अपनी कोई भी सकारात्मक उपलब्धि नहीं है?’ उन्होंने आगे कहा, ‘जनता के आक्रोश और हार के डर से भाजपा के नेता और कार्यकर्ता गर्मी का बहाना करके चुनाव प्रचार से बच रहे हैं।’ सपा प्रमुख ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्रों, बीपीएड और टीईटी डिग्रीधारकों, शिक्षा प्रेरकों, ग्राम रोजगार सेवकों, आंगनबाड़ी सहायिकाओं, आशा बहुओं, रसोइयों और अनुदेशकों को स्थायी रोजगार की मांग की है। उन्होंने पीएम मोदी को निशाने पर लेते करते हुए यह भी कहा कि लोगों को कोई चौकीदार नहीं बल्कि रोजगार चाहिए।
‘विकास’ पूछ रहा है… भाजपा अपनी रैलियों में केवल विपक्ष की ही बातें क्यों कर रही है? क्या भाजपा के पाँच साल के शासनकाल में उनकी अपनी कोई भी सकारात्मक उपलब्धि नहीं है?
जनता के आक्रोश और हार के डर से भाजपा के नेता और कार्यकर्ता गर्मी का बहाना करके चुनाव प्रचार से बच रहे हैं.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 25, 2019
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ट्विटर पर एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, ‘भ्रष्टाचारियों के कुकर्म सामने आ रहे हैं, इन्होंने जनता को लूटा है। माननीय न्यायालय इन खानदानी भ्रष्टाचारियों को उनके कुकर्मों की सजा देगी।’ उन्होंने जनता का आगाह करते हुए यह भी कहा ‘इनसे सावधान रहिये, ये जेल जाने से बचने के लिये आपको जाति, धर्म के नाम पर बांटेंगे। चौकीदार के डर से सब चोर इकट्ठे हो गए हैं, लेकिन कब तक बचेंगे?’

सुप्रीम कोर्ट में अखिलेश पर सुनवाईः रिपोर्ट्स के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव और अन्य लोगों के ऊपर आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में सुनवाई होगी। सीएम योगी ने इसी सुनवाई को ध्यान में रखते हुए अखिलेश पर यह बयान दिया है।

