Lok Sabha Election 2019: आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर गठबंधन को लेकर लगता है अभी भी पेच फंसा ही है। कांग्रेस एक बार मना कर चुकी है लेकिन सुनने में आ रहा है कि कांग्रेस में एक धड़ा पार्टी की ओर से अभी भी कोशिश कर रहा है। इस संबंध में कुछ नए कदम उठाए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस नेता पीसी चाको का एक क्लिप वायरल हो रहा है जिसमें वे गठबंधन को लेकर जानकारी हासिल कर रहे हैं। इस पर शीला दीक्षित ने कहा है कि राहुल गांधी के सामने गठबंधन को लेकर फैसला हो चुका है तो फिर ये कोशिशें क्यों हो रही हैं?

कार्यकर्ताओं को किया जा रहा फोन: जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस के भीतर से फोन कर दिल्ली में आम आदमी पार्टी से गठबंधन हो या ना हो इस संबंध में कार्यकर्ताओं से राय पूछी जा रही है। बता दें कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ में भी चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस की ओर से सीएम बनाए जाने को लेकर इसी तरह फोन कर कार्यकर्ताओं से राय मांगी गई थी।

 

क्या हुआ है अबतक: आम आदमी पार्टी दिल्ली में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करना चाहती है। इसे लेकर अरविंद केजरीवाल कई बार बयान दे चुके हैं। कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व एक बार गठबंधन के लिए तैयार भी बताया जा रहा था लेकिन दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की टीम ने एतराज जताया था। इसके बाद राहुल गांधी ने पिछले दिनों दिल्ली में बूथ लेवल के एक प्रोग्राम में इस बात का संकेत दे दिया था कि दिल्ली में उनकी पार्टी किसी से गठबंधन नहीं करेगी। समझा जा रहा है कि इसके बाद भी गठबंधन की कोशिशें दोनों ओर से कम नहीं हुईं हैं। आप भी कांग्रेस के कुछ नेताओं के संपर्क में है। केजरीवाल ने बुधवार को बयान भी दिया था कि राहुल गांधी को हरियाणा में भी आप से गठबंधन पर विचार करना चाहिए।

शीला दीक्षित ने क्या कहा: एक टीवी न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान शीला दीक्षित ने कहा कि आप से गठबंधन की कोशिश हो रही है इस प्रकार की मुझे कोई जानकारी नहीं है। जब राहुल गांधी के सामने फैसला हो चुका है तो इस प्रकार की कोशिश क्यों की जा रही है? मुझसे बिना पूछे किसी प्रकार का कोई सर्वे क्यों हो रहा है?

दिल्ली में लोकसभा की सात सीटे हैं जिन पर बीजेपी का कब्जा है। 2014 में मोदी लहर के दौरान बीजेपी ने सातों सीटें बड़ी आसानी से जीत ली थी। उस वक्त आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने अलग अलग चुनाव लड़ा था।