Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान जहां राजनेता लोगों के सामने फिर से नए वादों के साथ जा रहे हैं वहीं मतदाता भी उम्मीदवार की परीक्षा लेने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। पंजाब में नेताओं की वादाखिलाफी से परेशान होकर वहां के मतदाताओं ने उम्मीदवार के सामने अनोखी शर्त रख दी है।
वोटरों का कहना है कि उम्मीदवार पहले स्टांप पेपर पर लिख कर वादा करें। इसके बाद ही उनको वोट दिया जाएगा। यह अनोखा मामला पंजाब के तरनतारन का है। यहां के मतदाताओं में नेताओं को लेकर काफी नाराजगी है। लोगों वोट के बदले गारंटी की मांग कर रहे हैं। नेताओं की तरफ से पहले किए गए वादों के पूरा ना होने से यहां की जनता काफी निराश है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अब वे नेताओं की वादाखिलाफी को नहीं सहेंगे। एक मतदाता ने कहा कि जो भी जीते वह हमें यह लिख कर दे कि वह अपने वादे को पूरा करेगा। इस बारे में पंजाब एकता पार्टी के नेता सुखपाल सिंह खेहरा का कहना है कि हमारी पार्टी ने सबसे पहले इस बात की शुरुआत की थी।
खेहरा ने कहा कि हमने कहा था कि हम जो भी घोषणापत्र तैयार करेंगे वह कानूनी दस्तावेज के समान होगा। हम इलेक्शन कमीशन को यह हलफनामा लिख कर देंगे कि यदि हमने जनता से किए अपने वादे को पूरा नहीं किया तो हमारी मान्यता रद्द कर दो।
इसके बाद से ही जनता में इस बात को लेकर बहस हो रही है। पिछले 24 साल से राजनीति में सक्रिय पंजाब एकता पार्टी की महिला नेता परमजीत का कहना है कि जनता की यह मांग जायज है। वहीं सांसद रंजीत सिंह ने कहा कि पहले से ही कई दलों ने लोगों के साथ वादा किया है और उसको पूरा नहीं किया है।
इसलिए लोगों के बीच से ही यह मांग उठ रही है। पंजाब में लोकसभा की 13 सीटें हैं। इन सीटों के लिए सातवें व अंतिम चरण में 19 मई को वोट डाले जाएंगे। यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस, भाजपा-शिअद गठबंधन के बीच है।
वहीं कुछ सीटों पर आप मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने का प्रयास कर रही है। माना जा रहा है अंदरुनी कलह से जूझ रही आम आदमी पार्टी के लिए अपना पिछला प्रदर्शन दोहराना आसान नहीं होगा। आप ने पिछले चुनाव में यहां चार सीटों पर जीत दर्ज की थी।