Lok Sabha Election 2019: इस बार के लोकसभा चुनाव में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह बिल्कुल नए अवतार में नजर आ रहे हैं। इससे पहले लोगों को शिकायत रहती थी कि सीएम से मिलना मुश्किल होता है। वह हमेशा ‘पीछे’ रहते हैं लेकिन इस बार स्थिति बिल्कुल उलट है। कैप्टन सिंह न सिर्फ चुनाव में सक्रिय नजर आ रहे हैं बल्कि जबरदस्त प्रचारक और सोशल मीडिया के योद्धा के रूप में भी नजर आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने इस बार अपनी पसंद के सात उम्मीदवारों को टिकट दिलवाकर सबको हैरान कर दिया है। पंजाब में लोकसभा की कुल 13 सीटें हैं। पार्टी ने 4 सीटों पर अपने निवर्तमान सांसदों को फिर से मौका दिया है। बाकि की 9 में 7 पर कैप्टन की पसंद चलना उनके दबदबे को दर्शाता है। इतना ही नहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह आनंदपुर साहिब से मनीष तिवारी को भी टिकट दिलवाने में कामयाब रहे।

बताया जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मनीष तिवारी के नाम को दो बार खारिज कर दिया था। दो बैठकों में तिवारी के नाम पर विचार ही नहीं किया गया था। अमरिंदर अपनी पत्नी और पूर्व केंद्रीय मंत्री परनीत कौर को भी पटियाला से टिकट दिलाने में सफल रहे। पूर्व विधायक और कैप्टन के करीबी केवल सिंह ढिल्लो को संगरूर, पूर्व विधायक मोहम्मद सादिक को फरीदकोट, मौजूदा विधायक राज कुमार छब्बेवाल को होशियारपुर, पूर्व विधायक जसबीर सिंह डिम्पा को खंडूर साहिब और अमर सिंह को फतेहगढ़ साहिब से टिकट दिलाने में सीएम अमरिंदर कामयाब रहे।

हालांकि, सीएम की पसंद के उम्मीदवारों को लेकर पार्टी में कुछ असंतोष जरूर था। बताया जा रहा था कि सीएम के पसंद के उम्मीदवारों से कुछ सीटों पर जातिगत समीकरणों पर असर पड़ रहा है। इसके बाद सीएम अमरिंदर ने संबंधित विधायकों और उस क्षेत्र के नेताओं से बैठकर अपने उम्मीदवारों का समर्थन देने के लिए राजी किया।

सीएम व्यक्तिगत रूप से जाकर कुछ बागी नेताओं से भी मिले। सीएम ने सोमवार को पूर्व सांसद और बागी नेता मोहिंदर सिंह केपी से भी मुलाकात की। इस बाबत सीएम ने कहा कि सिर्फ 7 नहीं बल्कि 13 उम्मीदवार मेरे आदमी हैं। पार्टी ने उम्मीदवारों की जीत की संभावना को देखते हुए ही उन्हें टिकट देने का फैसला किया है।