Lok Sabha Election 2019: आम चुनाव में इस बार उत्तर प्रदेश की रामपुर सीट पर सियासी मुकाबला बेहद दिलचस्प हो सकता है। समाजवादी पार्टी (सपा) ने वहां से विधायक आजम खान को टिकट दिया है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) टक्कर देने के लिए तगड़ा दावेदार तलाश रही है। सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट्स में कहा गया कि बीजेपी इस सीट से अभिनेत्री से राजनीति में आईं और आजम की पुरानी प्रतिद्वंदी जया प्रदा को मैदान में उतार सकती है। सूत्रों का दावा है कि बीजेपी जया के नाम पर गंभीरता से विचार-विमर्श कर रही है। पार्टी पैनल की सूची में उनका सबसे आगे है।
ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से करीबी बढ़ा रहे उनके राजनीतिक मेंटर अमर सिंह उन्हें टिकट दिलाने के लिए मध्यस्थता कर सकते हैं। हाल में उन्होंने नाम के आगे ‘चौदीदार’ लगा लिया था, जबकि संघ के कई कार्यक्रमों में वह भी बीते दिनों देखे गए। यहां तक कि संघ से मान्यता प्राप्त सेवा भारती नामक संस्था को आजमगढ़ में उन्होंने एक संपत्ति भी दान कर दी थी।
जया, रामपुर से सपा के टिकट पर दो बार (2004 और 2009 में) सांसद रह चुकी हैं। खास बात है कि उस दौरान पार्टी में सिंह की तूती बोलती थी। पर जब वह सपा से बाहर हुए, तब प्रदा ने भी पार्टी से बाहर निकलना ठीक समझा। 2014 में वह अजित सिंह की पार्टी आरएलडी की तरफ से चुनाव लड़ी थीं, मगर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
साल 2009 से जया और आजम के बीच इस सीट पर मतभेद हैं। नौ बार वहीं से विधायक रहे आजम जया को पूर्व में रंगीली और छलिया छवि वाला बता चुके हैं। वर्ष 2009 में उन्होंने अभिनेत्री को नचनिया भी कहा था। हालांकि, इसके चलते उन्हें पार्टी से कुछ समय के लिए निकाल भी दिया गया था।
उधर, आजम के लगातार विरोध के बाद भी सिंह 2009 में जया को जिता कर राज्यसभा लाए। बताया जाता है कि जया ने कई मौकों पर आजम से रिश्ते सुधारने के प्रयास किए, मगर आजम की तरफ से कोई पहल नहीं की गई। बता दें कि रामपुर सीट पर मुस्लिम मतदाताओं का दबदबा है। यह क्षेत्र विभिन्न उद्योगों के लिए जाना जाता है, जिसमें चीनी की रिफाइनिंग और कॉटन की मिलिंग का काम शामिल है।